सारण: 24 घंटे में अपहृत युवक सकुशल बरामद, दो आरोपी गिरफ्तार
सारण (बिहार): सारण पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए अपहरण की एक गंभीर घटना का 24 घंटे के भीतर सफल उद्भेदन कर अपहृत व्यक्ति को सकुशल बरामद कर लिया है। वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि घटना में प्रयुक्त वाहन भी बरामद कर लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 11 दिसंबर 2025 को ग्रामीणों द्वारा परसा थानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल पर सूचना दी गई कि सगुनी नहर से फुलवरिया जाने वाली सड़क पर एक स्कूटी सवार व्यक्ति को कार में जबरन बैठाकर अगवा कर लिया गया है। सूचना मिलते ही परसा थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, जहां स्कूटी चाबी लगी अवस्था में सड़क किनारे खड़ी मिली, जबकि स्कूटी सवार व्यक्ति लापता था। घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरे जिले में नाकाबंदी कराई गई और संभावित मार्गों के सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी साक्ष्यों का गहन विश्लेषण किया गया।
जांच के दौरान एक लाल रंग की KIA कार स्कूटी का पीछा करती हुई सीसीटीवी फुटेज में दिखी, जिसकी तकनीकी जांच से वाहन का संबंध सिवान जिला से पाया गया। इसके बाद थानाध्यक्ष परसा के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन कर सघन छापेमारी अभियान चलाया गया। पुलिस की लगातार कार्रवाई के परिणामस्वरूप अपहृत व्यक्ति सुजीत कुमार सिंह, पिता नागेन्द्र सिंह, निवासी देवरिया, थाना मसरख, को सिवान रेलवे स्टेशन से 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया गया।
पुलिस ने इस मामले में संलिप्त अप्राथमिकी अभियुक्त संजय सिंह एवं उसके पुत्र सूरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घटना में प्रयुक्त लाल रंग की KIA कार को सिवान-छपरा मुख्य मार्ग पर तरवारा के पास लावारिस हालत में बरामद किया गया है। पूछताछ और अनुसंधान के दौरान यह तथ्य सामने आया कि अपहृत व्यक्ति द्वारा रेलवे, एफसीआई, सचिवालय, बेलट्रॉन सहित अन्य विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर 6-7 लोगों से एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई थी। इसी क्रम में गिरफ्तार अभियुक्तों से भी करीब 40 लाख रुपये की ठगी की गई थी, जिसकी वापसी न होने पर दबाव बनाने और धन की वसूली के उद्देश्य से अपहरण की योजना बनाई गई।
फिलहाल मामले से जुड़े सभी तथ्यों और अन्य संभावित संलिप्त व्यक्तियों की गहन जांच की जा रही है। सारण पुलिस ने स्पष्ट किया है कि विधि-सम्मत कार्रवाई के तहत आगे की प्रक्रिया जारी है और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

