डीएम वैभव श्रीवास्तव ने 15 दिनों में सभी पैक्स सक्रिय करने का दिया निर्देश
सारण (बिहार): जिलाधिकारी सारण श्री वैभव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में खरीफ विपणन मौसम 2025-26 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति कार्यों की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में वरीय उप समाहर्त्ता अधिप्राप्ति, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला प्रबंधक एसएफसी तथा जिले के सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य जिले में धान खरीद प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और किसान हितैषी बनाना रहा।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिले में प्रतिनियुक्त सभी सहकारिता पदाधिकारियों को क्षेत्रवार समानुपातिक रूप से कार्य आवंटन करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि आगामी 15 दिनों के भीतर जिले की सभी पैक्स समितियों एवं व्यापार मंडलों को हर हाल में क्रियाशील किया जाए, ताकि धान अधिप्राप्ति कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए।
जिलाधिकारी ने शून्य उत्पादन प्रतिवेदित 33 समितियों के मामलों को गंभीरता से लेते हुए जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारियों के माध्यम से इन समितियों की स्थिति की पूर्ण जांच कर सत्यापन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गलत या भ्रामक प्रतिवेदन से धान अधिप्राप्ति के लक्ष्य प्रभावित होते हैं, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि जिन किसानों से धान की खरीद हो चुकी है, उन्हें अधिकतम दो दिनों के भीतर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ-साथ नियमित रूप से धान क्रय करते हुए हर खरीद के दो दिन के अंदर किसानों को भुगतान करने की व्यवस्था को सख्ती से लागू करने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने सभी क्रियाशील समितियों के साथ मिलरों को अविलंब संबद्ध करने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने तथा धान अधिप्राप्ति के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मिलरों से समयबद्ध समन्वय स्थापित कर जिले को मिले लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत धान अधिप्राप्ति सुनिश्चित की जाए।
इसके अतिरिक्त जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि धान अधिप्राप्ति के लिए संचालित जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 06152-245029 का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। किसानों को जागरूक कर अधिक से अधिक धान क्रय सुनिश्चित किया जाए, ताकि खरीफ विपणन मौसम 2025-26 में जिले को निर्धारित लक्ष्य की पूर्ण प्राप्ति हो सके।
यह बैठक सुशासन सप्ताह के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसे जिले में बेहतर प्रशासन और किसान हितों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

