बिहार: बड़ी कार्रवाई, रेलवे स्टेशन से अपहृत बच्चा सकुशल बरामद, 6 अभियुक्त गिरफ्तार
छपरा/हाजीपुर (बिहार): बिहार पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए हाजीपुर रेल थाना क्षेत्र से अपहृत किए गए बालक मो. फहिम उर्फ राजाबाबू को सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने मानव तस्करी और संगठित अपराध में संलिप्त कुल छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पूरी कार्रवाई तकनीकी अनुसंधान, CCTV फुटेज और पुलिस की त्वरित कार्रवाई के आधार पर की गई।
घटना 4 अक्टूबर 2025 की सुबह सामने आई, जब कांड वादी सुमित कुमार जो घुमंतु/खानाबदोश समुदाय से आते हैं, अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ हाजीपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 के दक्षिणी छोर पर सोए हुए थे। सुबह करीब 5:50 बजे उनकी नींद खुली तो तीन बच्चों में से एक बच्चा मो. फहिम उर्फ राजाबाबू गायब पाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए 6 अक्टूबर को हाजीपुर रेल थाना में कांड संख्या 158/2025 दर्ज किया गया।
अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने CCTV फुटेज का विश्लेषण किया, जिसमें एक पुरुष तथा एक महिला की संलिप्तता स्पष्ट रूप से दिखाई दी। तकनीकी जांच से बच्चे को ले जाने वाले आरोपी अर्जुन कुमार की पहचान की गई। उसके मोबाइल से जुड़े नंबरों की जाँच के बाद महिला आरोपी किरण देवी को भी चिह्नित कर गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर सोनू कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में सामने आया कि सोनू कुमार ने स्वीकार किया कि शाहपुर पटोरी के डॉ. अविनाश कुमार के निर्देश पर 3.5 लाख रुपये के सौदे में बच्चे को बेचने की साजिश रची गई थी। इस सौदे के लिए अर्जुन कुमार को 1,20,000 रुपये दिए गए, जबकि सोनू कुमार को 1,30,000 रुपये मिले। आगे की कार्रवाई में पुलिस ने मुन्नी कुमारी, अनील कुमार साह और गुड़िया देवी को भी गिरफ्तार किया। गुड़िया देवी और अनील कुमार संतानविहीन दंपति हैं, जिन्होंने डॉक्टर से संपर्क कर बच्चे को खरीदने की कोशिश की थी। गुड़िया देवी ने UPI और नकद माध्यम से भुगतान भी किया था।
पुलिस ने अपहृत बालक को सुरक्षित बरामद कर लिया है। साथ ही दो मोबाइल फोन और संदिग्ध कपड़े भी जब्त किए गए हैं। पुलिस इस कांड को संगठित मानव तस्करी का गंभीर मामला मानते हुए आगे की कार्रवाई में तेजी ला रही है।

