बरेजा उच्च विद्यालय नामकरण समारोह में महिलाओं के सम्मान पर जोर, संस्थापक सचिव सर्वदेव तिवारी की प्रतिमा का हुआ अनावरण
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: महिलाओं के सम्मान को सामाजिक व्यवस्था की बुनियाद बताते हुए जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रमेंद्र वाजपेयी ने कहा कि जबतक प्राचीन ढर्रे पर महिलाओं के सम्मान को स्थापित नहीं किया जाएगा, तब तक समाज को दुरुस्त करना संभव नहीं है। वे मांझी के बरेजा उच्च विद्यालय में आयोजित नामकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केवल अधिकार दिलाना पर्याप्त नहीं है, बल्कि महिलाओं को उचित सम्मान दिलाना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
समारोह में पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. अंशुमान ने कहा कि वर्ष 1936 से अब तक पांच बार महिलाओं के अधिकारों को पुनर्परिभाषित किया जा चुका है, तथा अब पुत्र और पुत्री के अधिकार पूरी तरह समान हैं। बेटा-बेटी के अधिकारों में किसी भी प्रकार का अंतर शेष नहीं है, जो एक सशक्त और समानाधिकार वाले समाज की दिशा में बड़ा कदम है।
कार्यक्रम के दौरान छपरा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग की उपस्थिति में विद्यालय के संस्थापक सचिव सर्व देव तिवारी की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इसके साथ ही यह घोषणा भी की गई कि बरेजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अब नए नाम ‘भूपेंद्र सुरेंद्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय’ के रूप में जाना जाएगा।
मौके पर विद्यालय के नवमनोनीत सचिव के पुत्र ज्ञानदेव तिवारी ने पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र प्रदान कर अतिथियों का स्वागत किया। दीप प्रज्वलन के बाद विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण डॉ. प्रमोद तिवारी ने दिया। कार्यक्रम को ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, मुखिया राजेश पांडेय, सरपंच विजय शंकर मिश्रा, पूर्व प्रधानाध्यापक बलराम पांडेय, डॉ. कालीशंकर तिवारी, डॉ. अभिषेक तिवारी तथा प्रधानाध्यापक मकसूद आलम सहित कई गणमान्य लोगों ने संबोधित किया। मंच संचालन शिक्षिका प्रतिमा सिंह ने किया।
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