गड़खा बाइपास निर्माण को मिली गति, डीएम वैभव श्रीवास्तव ने किया स्थलीय निरीक्षण, मुआवजा भुगतान में तेजी के निर्देश
सारण, छपरा | 26 दिसंबर 2025
सारण जिले में गड़खा बाइपास निर्माण परियोजना को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी सारण श्री वैभव श्रीवास्तव ने शुक्रवार को जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल सोनपुर, अंचलाधिकारी गड़खा सहित अन्य संबंधित पदाधिकारियों के साथ गड़खा प्रखंड क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मीठेपुर मौजा में मुआवजा भुगतान के लिए आयोजित विशेष कैंप का भी जायजा लिया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि गड़खा बाइपास के जिस स्ट्रेच में रैयतों की संरचनाओं का मूल्यांकन पूरा हो चुका है, वहां अविलंब मुआवजा राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि चिरांद पथ से आगे तक सड़क निर्माण कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए मुआवजा भुगतान में किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि परियोजना से संबंधित सभी मौजावार पंचाटियों का विवरण खाता-खेसरा सहित बड़े बैनर या पोस्टर के माध्यम से अंचल कार्यालय में प्रकाशित कराया जाए, ताकि आम लोगों को इसकी पूरी जानकारी मिल सके। इससे प्रभावित रैयत अपने आवश्यक कागजात समय रहते अंचल कार्यालय या जिला भू-अर्जन कार्यालय में जमा कर सकेंगे।
इसके साथ ही अंचलाधिकारी गड़खा को निर्देशित किया गया कि तत्काल अंचल कार्यालय में एक हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए, जहां रैयतों से आवेदन प्राप्त कर उनकी त्रुटियों का निराकरण किया जा सके। जिलाधिकारी ने इस व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने पर भी जोर दिया, ताकि अधिक से अधिक प्रभावित लोग लाभ उठा सकें।
मीठेपुर में आयोजित कैंप के दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित रैयतों से अपील की कि वे अपने भूमि से संबंधित सभी आवश्यक कागजात शीघ्र जमा करें, जिससे मुआवजा राशि का भुगतान जल्द से जल्द किया जा सके और राज्य सरकार की इस महत्वपूर्ण सड़क परियोजना का कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। उन्होंने खेसरा पंजी को अद्यतन करते हुए मौजावार एवं रैयतवार समस्याओं की सूची तैयार कर कैंप में ही समाधान करने का भी निर्देश दिया। कैंप में मौजूद पंचायत सचिवों को संबंधित रैयतों की वंशावली शीघ्र निर्गत करने का निर्देश भी दिया गया।
वहीं कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल सोनपुर को निर्देशित किया गया कि जैसे ही दखल-कब्जा प्राप्त हो, वैसे ही उन स्थलों पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए, जहां अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ है। जिन स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहा है, वहां पथ निर्माण को अविलंब पूर्ण कराने पर विशेष जोर दिया गया।

