जब युवाओं की नसों में इंसानियत दौड़ी—ताजपुर में रक्तदान शिविर ने रचा मानवता का उदाहरण
युवाओं ने बढ़ाया मानवता का मान, रक्तदान शिविर में 42 युवाओं ने किया रक्तदान
सारण (बिहार): सारण जिले के माँझी प्रखंड के ताजपुर में गुरुवार का दिन मानवता और करुणा के नाम रहा। सामाजिक कार्यकर्ता रामान्शु सिंह के संयोजकत्व में संस्था यंगस्टर गजानंद द्वारा एकलव्य क्लासेज, ताजपुर में आयोजित रक्तदान शिविर ने यह साबित कर दिया कि आज भी समाज में ऐसे युवा मौजूद हैं जिनके लिए किसी अनजान की ज़िंदगी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इस शिविर में 42 युवाओं ने स्वेच्छा से रक्तदान कर न केवल जरूरतमंदों के लिए जीवनदायी सहयोग दिया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि इंसानियत आज भी ज़िंदा है।
रक्तदान करते समय युवाओं के चेहरों पर किसी प्रकार का भय नहीं, बल्कि संतोष और गर्व झलक रहा था। मानो वे जानते हों कि उनके शरीर से निकली हर बूंद किसी की बुझती सांसों को फिर से जीवन दे सकती है। यह दृश्य वहाँ मौजूद हर व्यक्ति की आँखों को नम कर गया।
शिविर के संयोजक एवं सामाजिक कार्यकर्ता रामान्शु सिंह ने स्वयं भी रक्तदान किया। रक्तदान के बाद उनका चेहरा आत्मसंतोष से भरा हुआ था। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि रक्तदान ही ऐसा दान है, जो सीधे किसी की जान बचाता है। इससे बड़ा कोई पुण्य नहीं, क्योंकि यह मानव से मानव के जीवन को जोड़ता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि रक्तदान को महज़ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन बचाने का संकल्प बनाएं।
इस अवसर पर सदर अस्पताल, छपरा के ब्लड बैंक के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सभी रक्तदाताओं की पूरी स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय सलाह भी दी गई। संजीव सिंह, सुमित सिंह, मोहित सिंह, नीलेश बाबा, अंकी कुमार, मोहन सिंह, ऋतिक वर्मा, रत्नेश सिंह, अभिषेक मिश्रा, अमित सिंह, रजनीश गोस्वामी, सनी सिंह, शहाबुद्दीन अंसारी, अभिषेक सिंह, सद्दाम अंसारी, आकाश सिंह, जितेंद्र यादव, संदीप साह, अविनाश साह सहित अन्य युवाओं ने निःस्वार्थ भाव से रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के सदस्यों ने संकल्प लिया कि रक्तदान जैसे मानवतावादी कार्यों को आगे भी जारी रखा जाएगा, ताकि कोई भी ज़रूरतमंद सिर्फ रक्त के अभाव में अपनी जान न गंवाए। ताजपुर की इस पहल ने यह साबित कर दिया कि जब युवाओं का दिल धड़कता है, तो उसमें सिर्फ खून नहीं—इंसानियत भी बहती है।

