1898 में अंग्रेजों द्वारा बना मांझी स्टेशन अब आधुनिक रूप में — जनप्रतिनिधियों ने सराहा
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: छपरा–वाराणसी रेलखंड पर स्थित ऐतिहासिक मांझी रेलवे स्टेशन, जिसे अंग्रेजी शासनकाल में वर्ष 1898 ईस्वी में बनाया गया था, अब पूरी तरह आधुनिक स्वरूप में बदल गया है।
वहीं पूछे जाने पर ग्रामीण उमा शंकर मिश्रा ने कहा कि देश के रेल नेटवर्क में ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जमीनी स्तर पर बड़े पैमाने पर कार्य हो रहे हैं। स्टेशन का सौंदर्यीकरण, प्लेटफॉर्म का विस्तार, यात्री सुविधाओं का आधुनिकीकरण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
वहीं, पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि पहले मांझी स्टेशन पर डीजल इंजनों से रेल परिचालन किया जाता था, लेकिन अब पूरे रेलखंड का विद्युतिकरण हो चुका है। इससे न सिर्फ यात्रा समय में कमी आई है, बल्कि प्रदूषण भी घटा है। आज भारत का रेलवे तंत्र विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।
मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे, जिन्होंने स्टेशन के विकास कार्यों को लेकर संतोष और गर्व व्यक्त किया। सभी ने उम्मीद जताई कि मांझी स्टेशन को आने वाले दिनों में मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे क्षेत्र के यात्रियों को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

