गंडक नहरों में पानी नहीं, माँझी प्रखंड के किसानों पर सूखे का संकट गहराया
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: मौसम की बेरुखी और सिंचाई व्यवस्था की बदहाली से मांझी प्रखंड क्षेत्र के किसान परेशान हैं। बारिश न के बराबर होने से खेतों में दरारें पड़ गई हैं और सूखे की स्थिति गहराती जा रही है। गंडक नहर का पानी उप नहरों तक नहीं पहुंच पाने के कारण हजारों हेक्टेयर में लगी धान की फसल सिंचाई से वंचित है। ज्यादातर उप नहर पूरी तरह सूखे पड़े हैं।
गंडक शाखा नहर से एकमा-हरपुर के समीप निकली उप नहर में वर्षों से पानी नहीं पहुंचा है। इसके कारण कोहड़गढ़, साधपुर, चंदउपुर, गोबरहीं, ताजपर, शीतलपुर, बरेजा, धर्मपुरा, बगुईयां, जैतपुर, भरवलिया, हर्षपुरा, बंगरा, गौरी, माड़ीपुर और गुर्दाहा समेत दर्जनों गांवों के किसान घोर निराशा में हैं।
चंदउपुर के किसान हरि सिंह, विजय सिंह, दिलीप सिंह, अशोक सिंह, शेषनाथ गिरी, दिलीप यादव, सेवानिवृत्त सूबेदार दीना यादव, पूर्व पैक्स अध्यक्ष एवं जदयू नेता सुनील सिंह ने बताया कि वर्षों से उनके खेतों तक उप नहर का पानी नहीं पहुंचा है, जिससे खेती-बाड़ी पर सीधा असर पड़ा है। किसान किसी तरह पंपिंग सेट और मोटर पंप के सहारे धान की फसल बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
इसी तरह बरेजा गांव के किसान अफजल मियां, नारायण महतो, राधा ठाकुर, लालदेव ठाकुर ने बताया कि उनके गांव से होकर निकली उप नहर का निर्माण 2003 में हुआ था। इसके बाद अब तक केवल एक-दो बार ही पानी आया। वर्ष 2014 में पक्कीकरण के बाद किसानों को उम्मीद जगी थी कि नियमित रूप से पानी मिलेगा, मगर पिछले 11 सालों में एक बार भी खेतों तक पानी नहीं पहुंचा। इससे किसान पूरी तरह निराश हो गए हैं।