पटना मेट्रो: निरीक्षण के बाद ट्रायल सितंबर में, जनता का इंतजार खत्म होने को
पटना (बिहार): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना मेट्रो रेल परियोजना का निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने निर्माण कार्यों की निगरानी करते हुए अधिकारियों को तेजी से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
मेट्रो का हाल और अगले कदम:
मुख्यमंत्री ने मेट्रो टर्मिनल, जीरो माइल स्टेशन और अन्य निर्माण स्थलों पर जाकर ट्रैक, कोच, टिकट काउंटर, सीढ़ियाँ आदि की स्थिति का जायज़ा लिया।
प्राथमिक योजना में शामिल 6.2 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन (मलाही पकड़ी से न्यू ISBT) का ट्रायल रन अब अगस्त 15 के बजाय लगभग 20 सितंबर से शुरू होने की उम्मीद है। साइलेंट परीक्षण और सुरक्षा जांच पूरी हो चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, metro यातायात को सार्वजनिक रूप से चालू करने का लक्ष्य अक्टूबर तक रखा गया है।
जून में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि परियोजना समय सीमा में पूरी होनी चाहिए क्योंकि यह यातायात व जीवनशैली में सुधार लाएगी।
प्राथमिक कॉरिडोर की प्रमुख जानकारी:
कुल प्रोजेक्ट लागत लगभग ₹13,925 करोड़; इसमें 20% राज्य सरकार, 20% केंद्र और 60% JICA ऋण का योगदान है।
प्राथमिक कॉरिडोर के अंतर्गत पाँच एलिवेटेड स्टेशनों — मलाही पकड़ी, खेमनीचक, बूथनाथ रोड, जीरो माइल और न्यू ISBT — को अगस्त के अंत तक तैयार करने का लक्ष्य है।
तैयारियों के तहत ट्रैक, टर्मिनल, सुरक्षा प्रणालियाँ व यात्रियों के लिए सुविधाएँ जैसे टिकट काउंटर, एस्केलेटर, चिफ़्लाज़ आदि पर काम अंतिम चरण में है।
इस विकास के मायने:
पटना में मेट्रो सेवा की शुरुआत से राजधानी की ट्रैफिक समस्या में मजबूती से सुधार आएगा और यह आधुनिक, सुरक्षित और जलवायु-निर्मित यातायात प्रणाली के तहत भविष्य की दिशा में बड़ा कदम होगा।
वर्तमान में ट्रायल रन और सुरक्षा मंजूरी प्रक्रिया अंतिम चरण में है — इस महीने के अंत या सितंबर की शुरुआत तक प्रयासों की तेज़ी से कार्रवाई की जा रही है ताकि जनता को जल्द ही आधुनिक, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक मेट्रो सेवा उपलब्ध हो सके।