हिन्दी महिला समिति का बहुरंगी सावन उत्सव: बूँदों की सरगम संग बाजी पैजनियां
नागपुर (महाराष्ट्र): विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन, मोर भवन के खूबसूरत कक्ष में हिन्दी महिला समिति का सावन उत्सव अनोखी छटा के साथ संपन्न हुआ, जिसमें हर दिल झूम उठा। बारिश की छनछनाती बूँदों के साथ नये-पुराने गीतों और नृत्य की बेहद सुंदर प्रस्तुतियाँ मन मोहती रहीं। धड़कनों की ताल पर नृत्यों की छटाएँ बिखरती रहीं।
पुराने जमाने की और नये जमाने की नायिकाओं के नृत्य मंच पर छा गए। हिन्दी महिला समिति की प्रत्येक सदस्य ने अद्वितीय प्रस्तुति दी। "मेरा जूता है जापानी" और अनेक देशभक्ति गीतों पर नृत्य करती निधि अवस्थी दर्शकों के दिलों पर छा गईं। "आया सावन आधा झूल रहीं कान्हा संग" पर कमल शर्मा की सुंदर नृत्य-बहार, "छाई बरखा बहार" से लेकर "झूले पड़ गये" तक की नृत्य शृंखला में अनीता गायकवाड़ ने महफ़िल लूट ली।
माधवी शर्मा ने "अबके सजन सावन में" पर अत्यंत मधुर प्रस्तुति दी। संगीता बैस की नृत्य प्रस्तुति "देश मेरा रंगीला" पर पूरा कक्ष झूम उठा। "सावन में मोरनी बन के नाच उठीं" सुनीता शर्मा के नृत्य ने दर्शकों को मोह लिया। तिरंगी साड़ी में सजी मीना तिवारी के देशभक्ति नृत्य ने हाल को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
सुषमा की भाव-प्रधान कविता ने आयोजन को ऊँचाइयाँ दीं। उमा हरगन ने "भीगी भीगी रूत में हम तुम" का जलतरंग छेड़ दिया मानो। इंदु उपाध्याय और उनकी सखियों की कजरी ने भारतीय त्योहारों की छनकती महनीयता का दर्शन कराया—"राधा रानी झूलन को आई"। मंजू पांडे का डायलॉग "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा" ने कक्ष को जोश से भर दिया।
आशा चौधरी ने "कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों" गाकर समां बाँधा, तो संतोष बुद्धिराजा ने "रिमझिम बरसे बादरवा पिया घर आजा" पर मस्त छबीले नृत्य से सबका मन जीत लिया। वर्षा गुप्ता के देशभक्ति गीत "तेरी मिट्टी में मिल जावाँ" ने भाव-विभोर कर दिया। शुभांगी वाघ ने "छतरी न खोल बरसात में" पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। चंचल मिश्र ने "ए मेरे वतन के लोगों" के मधुर स्वर बिखेरे। अपराजिता राजोरिया की कविता "काले काले बदरा छाये" ने अलग छाप छोड़ी। छाया श्रीवास्तव की प्रस्तुति के लिये कहना होगा – वाह, क्या बात है!
कार्यक्रम बेहद सजीव और जोशीला रहा। बूंदों की सरगम पर छनकते नृत्य सभी अद्भुत और रसीले रहे।
अध्यक्ष रति जी चौबे के मधुर अभिभाषण, डॉ. चित्रा के संबोधन और रेखा जी के आभार प्रदर्शन के साथ आयोजन का समापन हुआ। इसी अवसर पर महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई के राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु साहित्यकार हेमलता मिश्र 'मानवी' का सम्मान किया गया। साथ ही, अखिल भारतीय ब्राह्मण महिला जागृति मंच की संस्थापिका रेखा चतुर्वेदी तथा सचिव माला तिवारी ने समिति की अध्यक्षा रति चौबे को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस आकर्षक आयोजन का संचालन डॉ. कविता परिहार ने अत्यंत सुगठित और मनमोहक ढंग से किया। सावन की एक मधुर कजरी के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। अंत में स्वल्पाहार के साथ इस बहुरंगी सांस्कृतिक संध्या की पूर्णाहुति हुई।