गुरु पूर्णिमा पर रामद्वारा सिरोही में हुआ भव्य आयोजन, श्री गणेश युवा सेवा संगठन के सदस्यों को किया गया सम्मानित!
सिरोही (राजस्थान) संवाददाता रणजीत जीनगर: अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के पवित्र स्थल रामद्वारा सिरोही में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक भव्य गुरु महोत्सव का आयोजन किया गया। इस आयोजन में महंत भजनाराम महाराज और महंत संतोष कंवर बाईसा के सान्निध्य में पूजन, आरती और धर्मोपदेश का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
महंत भजनाराम महाराज ने अपने प्रवचन में कहा, "गुरु के बिना ज्ञान अधूरा है और सेवा के बिना मोक्ष अधूरा।" उन्होंने बताया कि गुरु ही वह शक्ति हैं जो अज्ञान के अंधकार से निकालकर जीवन को प्रकाशमय बनाते हैं। वहीं सेवा ही वह मार्ग है जिससे आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति संभव होती है।
इस अवसर पर श्री गणेश युवा सेवा संगठन, सिरोही के सदस्यों को उनके उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। संगठन द्वारा सरूपगंज रेलवे स्टेशन पर जल सेवा समेत कई जनकल्याणकारी कार्यों को सराहा गया। समारोह में संगठन के सदस्यों ने भी महंतों का श्रद्धापूर्वक सम्मान किया।
कार्यक्रम में देवस्थान विभाग, राजस्थान सरकार से जुड़े महंत भजनाराम, रामद्वारा बाली की महंत संतोष कंवर बाईसा, सांसद लुंबाराम चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष रक्षा भंडारी, भाजपा नेता गणपत सिंह राठौड़ समेत कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। इन सभी विशिष्टजनों ने रणजीत जीनगर, जितेंद्र बांसफोड़, दीपक कलावत, महेंद्र कुमार चौधरी, मुकेश बंजारा, गायत्री प्रजापत, मयंक अग्रवाल, दिव्यांश गर्ग सहित संगठन के लगभग दो दर्जन से अधिक सदस्यों को सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
सांसद लुंबाराम चौधरी ने संगठन की सेवा भावना की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे रामद्वारा सिरोही एवं संगठन के कार्यों में हर संभव सहयोग के लिए तत्पर रहेंगे। जिला अध्यक्ष रक्षा भंडारी ने संगठन की समर्पित टीम की जमकर सराहना की।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में पदमाराम डाबी (सेवानिवृत्त अध्यापक, धनारी) एवं राहुल सिंघल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रामगोपाल गुर्जर (जयपुर) द्वारा सभी के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई, जबकि दिनेश माली की टीम द्वारा शाम को रामद्वारा आश्रम में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया।
समारोह में इंदिरा खत्री, पिकी राजपुरोहित, चंपालाल खत्री, मंजीत सिंह, जीआर गोयल साहब, प्रभुसिंह जोधा सहित अनेक सामाजिक, धार्मिक एवं शिक्षा क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस पावन अवसर पर रणजीत जीनगर ने संगठन की ओर से सभी आमंत्रित अतिथियों, संतजनों, भामाशाहों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।