11 प्रखंड के 11 एचडब्ल्यूसी का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के लिए किया गया चयनित
सामुदायिक स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाना पहला लक्ष्य: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी के दिशा- निर्देश में एनक्यूएएस के मानकों के आधार पर तैयारियां शुरू: सिविल सर्जन
सिवान (बिहार): स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्धेश्य से स्वास्थ्य संस्थानों में हर तरह की सुख सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। क्योंकि सामुदायिक स्तर पर बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाना हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सीएचओ यानी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की होती है। इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया कि एचडब्ल्यूसी को एनक्यूएएस के मापदंडों पर खड़ा उतरते हुए बेहतर प्रदर्शन के आधार पर अंकों का निर्धारण होता है। जिसमें बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए मॉडल टीकाकरण कॉर्नर, स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, हॉस्पिटल इंफेक्शन, मरीजों के साथ बेहतर व्यवहार, स्वच्छ व शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, परिसर की साफ- सफाई का इंतजाम, शौचालय की सुविधा सहित अस्पताल में शांत व स्वच्छ वातावरण के निर्माण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया है। क्योंकि हमलोगों का प्रयास रहता है कि जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपने लाभार्थियों या निवासियों को हर तरह की सुख सुविधाएं उपलब्ध हो। क्योंकि शिशु मातृ मृत्यु दर को कम करने के साथ ही नियमित टीकाकरण, चिकित्सीय परामर्श, दवा के साथ ही शांत एवं स्वच्छ वातावरण का होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ- साथ वैश्विक स्तर पर रोगियो के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जाता है। हालांकि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के तहत आठ प्रकार जैसे- सेवा प्रावधान, रोगी अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएं, नैदानिक देखभाल, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और परिणाम को मुख्य रूप शामिल किया गया है। जिसको लेकर जिले के 11 प्रखंडों के 11 स्वास्थ्य संस्थानों में जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के मार्ग दर्शन में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण कराने के लिए पहली प्राथमिकताओ में शामिल किया गया है। जिसको लेकर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश के आलोक में तैयारियां की जा रही है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के अनुपालन की स्थिति को लेकर नियमित रूप से जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन डॉ कुमार अभिमन्यु और एच डब्ल्यू सी के नोडल अधिकारी सह डीपीसी इमामुल होदा के साथ विस्तार पूर्वक चर्चा की जाती है। विभागीय स्तर पर रोगियो को मिलनी वाली स्वास्थ्य सुविधाएं और एच डब्ल्यूसी अपने एनक्यूएएस के मानकों पर खड़ा उतरने में कितना कारगर साबित हो रहा है।
जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डी सी क्यू ए) डॉ कुमार अभिमन्यु ने बताया कि निर्धारित मापदंड के आधार पर स्वास्थ्य संस्थानों का विकास, बेहतर सेवाओं की उपलब्धता, स्वच्छ व स्वास्थ्यवर्द्धक माहौल का निर्माण राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) का मुख्य उद्देश्य होता है। जिले के 11 प्रखंड के 11 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) का राष्ट्रीय स्तर पर (एनक्यूएएस) के लिए चयनीय किया गया है। जिसमें मुख्य रूप से रघुनाथपुर प्रखंड के आदमपुर गांव स्थित एचडब्ल्यूसी, सदर प्रखंड के चनौर, बड़हरिया के हरदोबारा, गोरेयाकोठी के जगदीशपुर, आंदर के रकौली, बसंतपुर के समरदह, गुठनी के डरैला, लकड़ी नबीगंज के गोपालपुर कोठी, हसनपुरा के बसंत नगर, सिसवन के ग्यासपुर और हुसैनगंज के हबीब नगर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का जल्द ही राष्ट्रीय स्तर के अधिकारियों द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश, सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद और जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विशाल कुमार के दिशा निर्देश और मार्ग दर्शन के सभी तरह की आवश्यक तैयारियां चल रही हैं। हालांकि इन सभी स्वास्थ्य संस्थानों का विगत महीने राज्य स्तरीय टीम द्वारा भौतिक मूल्यांकन किया गया था। जिसके बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर अनुश्रवण किया जाना है।