मलेरिया निरोधक माह जून- 2025
जून बना मलेरिया से जंग का महीना, स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया जागरूकता अभियान!
जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मलेरिया की जांच एवं उपचार कराया जाना बेहद सुलभ और सहज: सिविल
सिवान (बिहार): प्रत्येक वर्षाे की भांति इस वर्ष भी जून माह को मलेरिया निरोधक माह- 2025 के रूप मे मनाया जा रहा है। जिसको लेकर हसनपुरा प्रखंड के सहुली गांव स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रीति कुमारी के नेतृत्व में रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) सदस्यों के द्वारा जन जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें एएनएम आशा कुमारी, आशा कार्यकर्ताओं में ललिता देवी, उषा देवी, रानी कुमारी और तुलसी देवी सहित कई अन्य महिला और युवतियां शामिल हुई। वहीं स्वास्थ्य संस्थानों पर आयोजित "ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस" (वीएचएसएनडी) सत्र पर गोष्ठी एवं ग्राम स्तर पर मलेरिया के संबंध में चर्चा के साथ ही लोगों को स्वच्छता एवं साफ- सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए जागरूक करते हुए अपने घरों के आसपास जल जमाव को भी रोकने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद के द्वारा जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए शरीर को पूरी तरह से ढके हुए कपड़े पहने व अपने घर के आसपास किसी भी तरह के पानी का जमाव नहीं होने दे। वहीं बुखार होने की स्थिति में अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर मलेरिया की जांच एवं उपचार कराया जाना सुनिश्चित करें। क्योंकि सभी तरह की जांच या दवा पूर्ण रूप से निःशुल्क है। इसके अलावा घर के दरवाजे व खिडकियों में मच्छर रोधी जाली लगाएं। कूलर, पानी की टंकी- पक्षियों के पानी के पीने के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान इत्यादि को प्रति सप्ताह खाली करने के साथ ही धूप मे पूरी तरह से सुखाने के बाद पुनः उसका प्रयोग करें। मलेरिया का मच्छर साफ पानी में पनपता है अतः घर में उपयोग का पानी जमा नहीं होने दे। अनिवार्य रूप से सप्ताह में 3 से 4 दिन के अंतराल पर पानी बदलना होगा।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि जन समुदाय को व्यापक रूप से प्रचार प्रसार के माध्यम से मलेरिया के लक्षण उपचार एवं बचाव के संबंध मे जागरूक करना पहली निरोधक माह के आयोजन का उदेश्य है। मलेरिया निरोधक माह जून- 2025 में मानसून के मौसम से पहले मलेरिया नियंत्रण के लिए संचालित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को तेज करने के लिए मलेरिया निरोधक माह के रूप मे मनाया जाता है। यह माह वैक्टर जनित रोग नियंत्रण एवं जन समुदाय की सक्रिय भागीदारी पर केन्द्रित है। मलेरिया की रोकथाम करने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मी और जन समुदाय की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। मलेरियात निरोधक माह के दौरान जिला और प्रखंड सहित ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर विभिन्न प्रकार के आयोजन एवं कार्यक्रम का आयोजन कर प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी (वीडीसीओ) विकास कुमार ने बताया कि जून महीने में विशेष रूप से बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की खोज कर जांच एवं उपचार का काम किया जा रहा है। एंटी मलेरिया माह के दौरान जिले के विभिन्न विद्यालयों के बच्चें और शिक्षकों को मलेरिया रोग के लक्षण, उससे बचाव एवं उपचार और सावधानियों के संबंध में जानकारी दी जाएगी। अभी लगभग सभी विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी चल रही है इसलिए छुट्टियों के बाद विभिन्न विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। हालांकि मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करने एवं घरों में डीडीटी का छिड़काव करवाने सहित मलेरिया प्रभावित स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं ग्राम स्तर पर आशा, एएनएम और आंगनबाडी कार्यकर्ता और पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों के माध्यम जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।