प्रभु की भक्ति से मिलती है आत्मिक शांति और जीवन का सार्थक उद्देश्य : बाल संत जी महाराज
///जगत दर्शन न्यूज
सिवान (बिहार): सिसवन प्रखंड के साईपुर, नौका टोला एवं निरखापुर तीन मोहानी के समीप स्थित हनुमान मंदिर परिसर में चल रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ कथा प्रवचन के दौरान श्री श्री 1008 बाल संत जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रभु की शरण में जाने से जीवन के समस्त कष्टों का निवारण हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रभु की भक्ति और सच्ची श्रद्धा से ही जीवन सुखमय और शांतिपूर्ण बन सकता है। संत जी ने बताया कि ईश्वर की आराधना से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन की कठिन परिस्थितियों से जूझने की शक्ति भी प्राप्त होती है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वे प्रभु की भक्ति में लीन रहकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं और धर्म के मार्ग पर चलें।