प्रशांत किशोर ने किया बड़ा हमला: कहा – नीतीश मानसिक रूप से अस्वस्थ, मोदी ने बिहार को मजदूरों का प्रदेश बनाया!
/// जगत दर्शन न्यूज
छपरा। 5 जून 2025
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज छपरा में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब बिहार चलाने योग्य नहीं हैं। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। यदि वे खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ मानते हैं, तो मेरे ऊपर मानहानि का मुकदमा करें और कोर्ट में यह साबित करें।
प्रशांत किशोर ने हाल ही में मुजफ्फरपुर में हुई जघन्य घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री की चुप्पी पर सवाल खड़े किए और कहा कि इस तरह की चुप्पी मानसिक अवसाद या अक्षमता का संकेत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, क्योंकि वे अब राज्य की ज़िम्मेदारी निभाने में अक्षम प्रतीत होते हैं।
प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लिया और कहा कि बिहार को जानबूझकर मजदूरों का राज्य बना कर छोड़ दिया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब गुजरात और तमिलनाडु में लगातार उद्योग स्थापित हो रहे हैं तो बिहार में क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि यह एक रणनीति का हिस्सा है ताकि बिहार के युवा मजदूरी करने मजबूर हों और कम मजदूरी पर काम करें।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि तमिलनाडु की फैक्ट्रियों में बिहार के बच्चे 12-15 हजार रुपये महीने में काम कर रहे हैं जबकि स्थानीय मजदूरों की मांग 25 हजार रुपये तक है। इसी तरह कश्मीर से लेकर गुजरात तक फैक्ट्रियों में बिहार के ही मजदूर दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति नेताओं की नीतिगत विफलता का परिणाम है, जिसने बिहार को मजबूरी और पलायन की भूमि बना दिया है।
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य की हालत बेहद चिंताजनक है। गाँवों में आज भी अच्छे स्कूल और डॉक्टरों की भारी कमी है, जबकि सरकारें सिर्फ आंकड़ों का खेल खेलती रही हैं। उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल गठबंधन की राजनीति में व्यस्त रही और जनता की मूल समस्याओं से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज का मकसद सिर्फ सत्ता पाना नहीं, बल्कि बिहार को फिर से आत्मनिर्भर और सम्मानजनक राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि जब तक बिहार के युवा बाहर जाकर मजदूरी करते रहेंगे, तब तक इस राज्य की स्थिति नहीं सुधरेगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बदलाव की इस यात्रा में जन सुराज का साथ दें।
प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे। प्रशांत किशोर के इस आक्रामक तेवर ने आगामी चुनावी माहौल में सियासी गर्मी और बढ़ा दी है।