सारण में तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम ने सदर अस्पताल समेत कई स्वास्थ्य केंद्रों का किया भ्रमण!
•स्वास्थ्य संस्थानों उपलब्ध सुविधाओं के बारे में ली जानकारी
•टीम के सदस्यों ने कई स्वास्थ्य बिन्दुओं पर किया जांच
•फिल्ड विजिट कर स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे ली गयी जानकारी
सारण (बिहार): स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत को परखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली की तीन सदस्यीय टीम सारण जिले के दौरे पर पहुंची। इस टीम ने जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का दौरा कर न केवल उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की, बल्कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभाव और कार्यान्वयन की भी गहन पड़ताल की। टीम ने दौरे की शुरुआत छपरा सदर अस्पताल से की, जहां सबसे पहले अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कालाजार उन्मूलन को लेकर अब तक किए गए प्रयासों की विस्तृत जानकारी ली गई। टीम में एनसीवीबीडीसी के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. पीजे भूयान, एनएचएसआरसी के एडवाइजर डॉ. मोना गुप्ता, एनएचएसआरसी के लीड कंसल्टेंट श्वेता राय शामिल थी। वहीं उनके साथ राज्य स्वास्थ्य समिति से डॉ. नरेंद्र कुमार सिन्हा, मो. मसऊद आलम शामिल थे। इसके बाद टीम ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, दवा वितरण केंद्र, रक्तकोष, जांच प्रयोगशाला, कालाजार वार्ड, एनआरसी (न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर), मेटरनिटी वार्ड, ऑपरेशन थियेटर और पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मरीजों को दी जा रही सेवाएं, दवाओं की उपलब्धता, साफ-सफाई, रिकॉर्ड संधारण और 'भव्या पोर्टल' के जरिए पंजीकरण एवं इलाज की प्रक्रिया पर भी टीम ने गहराई से जानकारी ली।
शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा
टीम ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मासूमगंज का भी निरीक्षण किया। यहां उपलब्ध मूलभूत चिकित्सा सुविधाओं, स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति, प्रसव पूर्व व प्रसव पश्चात सेवाएं, टीकाकरण तथा दवा वितरण की स्थिति की जांच की गई। इसके अतिरिक्त टीम ने दिघवारा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), शीतलपुर डीह स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर, मकेर प्रखंड के फुलवरिया और सोनपुर के अनुमंडलीय अस्पताल का भी दौरा किया। हर स्थान पर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, मरीजों की संतुष्टि, स्टाफ की संख्या, उपकरणों की उपलब्धता और चिकित्सा प्रक्रिया की समीक्षा की गई। हर स्थान पर टीम ने उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाएं, उपकरण, स्टाफ की उपलब्धता, मरीजों को दी जा रही सेवाओं, पंजीकरण व दवा वितरण प्रणाली की बारीकी से जांच की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से आवश्यक फीडबैक लिया और कई सुझाव भी दिए।
दरियापुर के गांव में की फील्ड विजिट, कालाजार नियंत्रण की पड़ताल
टीम ने दरियापुर प्रखंड के छोटका बनिया गांव में फील्ड विजिट कर वहां चल रहे कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की। टीम ने ग्रामीणों से बातचीत की और छिड़काव, रोगी की पहचान, समय पर उपचार, औषधि आपूर्ति, और जन-जागरूकता के उपायों की जानकारी ली। साथ ही यह भी जांचा कि प्रभावित क्षेत्रों में सरकार की ओर से चिह्नित मरीजों को समुचित सुविधा दी जा रही है या नहीं। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीआईओ डॉ. सुमन कुमार, सीडीओ डॉ रत्नेश्वर प्रसाद, डीएस डॉ. आरएन तिवारी, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, डीएमएनई ब्रजेश कुमार, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, लेखापाल बंटी रजक, सहयोगी संस्था पिमराल, यूनिसेफ और सीफार के जिला प्रतिनिधि मौजूद थे।