सारण में अनोखा निर्माण: पंचायत भवन बन रहा, रास्ता का पता नहीं!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: माँझी प्रखंड के कौरुधौरु पंचायत अंतर्गत गुर्दाहाँ कला गांव में साढ़े तीन करोड़ की लागत से बन रहे पंचायत सरकार भवन तक पहुंचने का रास्ता ढूंढने में सारण जिला प्रशासन अबतक सफल नही हो सका है। इधर बरसात का मौसम शुरू हो चुका है तथा निर्माणाधीन भवन के चारों तरफ की भूमि के जलमग्न होने की आशंका से सम्बंधित ठेकेदार तथा ग्रामीण परेशान हैं।
मुख्तार महतो, ओम प्रकाश महतो, रंगदेव महतो तथा रामरत्न महतो आदि ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य चल रहा है वह स्थान साल के लगभग नौ महीने तक दह पुरैना में आने वाली बाढ़ तथा बरसात के पानी में डूबा रहता है। गांव के लोगों ने बताया कि फिलहाल ठेकेदार ग्रामीणों की कृषि योग्य भूमि के रास्ते भवन निर्माण सामग्री की ढुलाई तो कर रहे हैं लेकिन बाढ़ का पानी भर जाने के बाद यह स्थान एक बार फिर टापू में तब्दील हो जाएगा तथा भवन तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ेगा। ग्रामीणों ने बताया कि निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन के पीछे से सरकारी जमीन होकर गुर्दाहाँ कला तथा रिविलगंज के सिरिसिया तक जाने वाली सड़क तक रास्ता बनाया जा सकता है, लेकिन उक्त सम्पर्क पथ के निर्माण के लिए सरकारी स्तर पर अबतक कोई पहल शुरू नही की जा सकी है।
पंचायत सरकार भवन को सड़क मार्ग से जोड़े जाने के सम्बंध में पूछे जाने पर स्थानीय पंचायत के मुखिया पति तथा जन सुराज के नेता उदय शंकर सिंह ने बताया कि पंचायत सरकार भवन को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए मनरेगा योजना से सड़क निर्माण का प्रस्ताव उन्होंने जिला प्रशासन को भेजा है। बावजूद इसके जिला प्रशासन द्वारा सड़क निर्माण की अभी तक अनुमति नही दी गई है। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण में एक तकनीकी अड़चन यह भी है कि लगभग आठ सौ मीटर लंबी सड़क के निर्माण की राह में करीब दो सौ मीटर लम्बा हिस्सा रिवीलगंज प्रखंड के दायरे में आता है और प्रशासन को इसके लिए जमीन की अदला बदली की प्रक्रिया करनी पड़ेगी। साथ ही सम्पर्क पथ के निर्माण के लिए दह पुरैना की गहराई को देखते हुए दस से बारह फुट ऊंचा बांध का निर्माण किये जाने के बाद ही निर्माण सम्भव है। उन्होंने बताया कि जबतक सड़क का निर्माण कार्य पूरा नही कर लिया जाता तबतक सड़क विहीन पंचायत सरकार भवन को क्रियान्वित भी नही किया जा सकता। उन्होंने बताया कि निर्माणरत पंचायत सरकार भवन की नींव के ऊपर तक प्रतिवर्ष बाढ़ का पानी आ जाता है इसलिए बाढ़ के दिनों में पंचायत सरकार भवन के भीतर बाढ़ के पानी के घुसने का भी खतरा बना रहेगा।