पुनौराधाम में बनेगा भव्य जानकी मंदिर, मुख्यमंत्री ने किया डिज़ाइन साझा — अयोध्या की तर्ज पर होगा समग्र विकास!
/// जगत दर्शन न्यूज
पटना/सीतामढ़ी (बिहार): जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को भव्य धार्मिक व सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में बिहार सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना का डिज़ाइन सार्वजनिक करते हुए कहा कि पुनौराधाम को अयोध्या की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। उन्होंने इसे “बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात” बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां जानकी के भव्य मंदिर के साथ-साथ कई अन्य संरचनाओं का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें सीता मंडप, यज्ञशाला, अतिथिशाला, ध्यानकक्ष, संग्रहालय, श्रद्धालु विश्राम स्थल, उद्यान और पर्याप्त पार्किंग जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
📐 डिज़ाइन हुआ तैयार, ट्रस्ट का गठन
मुख्यमंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए मॉडल डिज़ाइन में मंदिर परिसर का विस्तृत खाका देखा जा सकता है। मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को गति देने के लिए एक विशेष ट्रस्ट का भी गठन कर दिया गया है, जो निर्माण कार्य की निगरानी और समन्वय करेगा।
🏗️ 50.5 एकड़ भूमि का प्रस्ताव, 190 करोड़ से अधिक लागत
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस परियोजना के लिए लगभग 50.5 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जानी है। भूमि अधिग्रहण हेतु ₹120 करोड़ तथा भवन निर्माण व संरचनात्मक विकास के लिए ₹72 करोड़ से अधिक की राशि निर्धारित की गई है। यह संपूर्ण परियोजना राज्य योजना मद से क्रियान्वित की जा रही है।
🛕 धार्मिक आस्था और पर्यटन का संगम
मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को आस्था और पर्यटन का अद्भुत संगम बताते हुए कहा कि इससे न केवल धार्मिक भावनाओं को बल मिलेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि निर्माण कार्य समयबद्ध व पारदर्शी तरीके से किया जाए।
📣 जन भावना का सम्मान
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में लिखा —
“पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात है। हमलोग कृतसंकल्पित हैं कि यह कार्य शीघ्र पूर्ण हो और मां जानकी की यह पावन भूमि जन-जन के लिए एक प्रेरणास्थली बने।”
🔍 पृष्ठभूमि:
ऐतिहासिक मान्यता है कि पुनौराधाम ही वह पावन भूमि है जहां मां सीता का जन्म हुआ था। लंबे समय से स्थानीय नागरिक, साधु-संत और श्रद्धालु जन यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के धार्मिक केंद्र के निर्माण की माँग करते आ रहे थे। अब राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में ठोस पहल की जा रही है।
पुनौराधाम का यह परियोजना न केवल बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को नया स्वरूप देने जा रही है, बल्कि धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी राज्य को एक नई पहचान दिला सकती है।