माहवारी स्वच्छता दिवस:
"स्वस्थ बिटिया सशक्त बिटिया" अभियान की कोशिश में
महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तता बेहद जरूरी: डॉ रूपाली रस्तोगी
माहवारी स्वच्छता को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की है जरूरत: सिविल सर्जन
पीएसपी सदस्यों ने बैठक आयोजित कर विभिन्न प्रकार से जागरूकता अभियान चलाने के लिए बनाई सहमति!
सिवान, 28 मई।
प्रत्येक साल 28 मई को माहवारी स्वच्छता पर महिलाओं एवं किशोरियों को जागरूक करने के उद्देश्य से माहवारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया जाता है। ताकि माहवारी स्वच्छता के प्रति सामुदायिक स्तर पर अलख जगाया जा सकें। जिसको लेकर जिले में 24 मई से 31 मई तक माहवारी जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों सहित निजी क्लिनिकों में आने वाले किशोरियों एवं महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि मासिक धर्म को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने को लेकर घर, समाज के साथ अन्य लोगों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। क्योंकि यह एक आधी आबादी के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि पहले की अपेक्षा युवतियों और महिलाओं के अलावा अन्य लोगों में भी माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। लेकिन अभी भी ग्रामीण परिवेश में माहवारी स्वच्छता के प्रति पर्याप्त जागरूकता का आभाव है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सरकार माहवारी स्वच्छता को लेकर किशोरियों को सेनेटरी पैड प्रदान कराने के साथ उन्हें जागरूक करने का भी प्रयास कर रही है। मालूम हो कि सबसे पहले वर्ष 2014 में जर्मनी के ‘वॉश यूनाइटेड’ नामक एक स्वयं सेवी संस्था के द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाने की शुरूआत की गई थी।
सिसवन रेफरल अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ रूपाली रस्तोगी ने बताया कि महिलाओं को किशोरावस्था में प्राकृतिक बदलाव शुरू हो जाते है, इसके प्रति किशोरियों को पहले से ही जागरूक करने की जरूरत है। क्योंकि लड़कियों को माहवारी के उन खास दिनों में समाज में फैले मिथक पर ध्यान नही देना चाहिए, बल्कि उसे आत्मविश्वास के साथ बेबाकी से माहवारी संबंधी समस्याओं को दूर करना चाहिए। माहवारी महिलाओं में होने वाली एक नैसर्गिक प्रक्रिया है। माहवारी स्वच्छता के लिए अस्पताल में सेनेटरी पैड निःशुल्क वितरण किया जाता हैं या फिर संस्थाओं के द्वारा जरुरतमंदो को मुफ्त सेनेटरी पैड उपलब्ध कराया जाता हैं, महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तता ही स्वस्थ बिटिया सशक्त बिटिया अभियान की कोशिश है। इस दिवस को मनाने के लिए 28 तारीख को चुना गया, क्योंकि आमतौर पर महिलाओं के मासिक धर्म 28 दिनों के अंदर आते हैं। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज में फैली मासिक धर्म संबंधी गलत अवधारणाओं को दूर करना और महिलाओं व किशोरियों को माहवारी प्रबंधन संबंधी सही समय पर उचित जानकारी देना है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सहूली की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रीति कुमारी के अध्यक्षता में रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) के सदस्यों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज संस्था से जुड़े प्रतिनिधियों और जीविका दीदियों के अलावा बाल विकास परियोजना से जुड़े अधिकारी एवं कर्मियों द्वारा वृहत पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाए जाने को लेकर सहमति बनाई गई है। स्थानीय पोषक क्षेत्रों में 15 से 24 आयु वर्ग की किशोरियों एवं महिलाओं के बीच साफ- सफ़ाई और सुरक्षित तऱीके से माहवारी प्रबंधन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महिलाओं एवं किशोरियों के स्वास्थ्य और आर्थिक कार्यो में सहभागिता के दृष्टिकोण से संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण योगदान को लेकर समय- समय पर बैठक आयोजित कर जागरूकता रैली, बैनर, पोस्टर, पेंटिंग्स के माध्यम से बढ़ चढ़ कर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन करने को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रीति कुमारी, ए एन एम आशा कुमारी, विकास मित्र पूनम कुमारी और आशा कार्यकर्ता नूर शफ़ा सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।