पूर्व परिवहन मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह का निधन, बिहार की राजनीति में शोक की लहर!
पटना (बिहार): बिहार के पूर्व परिवहन मंत्री और परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता का शनिवार, 10 मई को पटना के मेदांता अस्पताल में 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन से बिहार की राजनीति और समाजसेवा क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
राजनीतिक जीवन और योगदान
रामानंद प्रसाद सिंह, जिन्हें आर.एन. सिंह के नाम से भी जाना जाता था, ने 1995 में बिहार राज्य विद्युत बोर्ड में सुपरिटेंडिंग इंजीनियर के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से 8 बार चुनाव लड़ा, जिसमें 5 बार जीत हासिल की। वर्ष 2008 में उन्हें नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए। उनकी छवि एक विकासोन्मुखी नेता की रही, जिन्होंने अपने क्षेत्र में शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने रामगढ़ में मैक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टीचर्स ट्रेनिंग की स्थापना की, जिससे क्षेत्र में शिक्षक प्रशिक्षण को बढ़ावा मिला।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
रामानंद प्रसाद सिंह का जन्म खगड़िया जिले के नयागांव में स्वर्गीय आरोग्य सिंह के घर हुआ था। उनके बड़े पुत्र राजीव कुमार वर्तमान में विधान पार्षद (एमएलसी) हैं, जबकि छोटे पुत्र डॉ. संजीव कुमार परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सिंह एक लोकप्रिय राजनेता एवं समाजसेवी थे, जिन्होंने अपने क्षेत्र में लोगों के बीच सक्रिय रहते हुए राज्य सरकार में मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन किया। मुख्यमंत्री ने स्व. रामानंद प्रसाद सिंह के पुत्र विधायक डॉ. संजीव कुमार से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी और दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
रामानंद प्रसाद सिंह के निधन से बिहार की राजनीति में एक युग का अंत हुआ है। उनकी सेवाओं और योगदान को सदैव याद किया जाएगा।