अब राज्य के सभी जिलों में एक साथ चलाया जाएगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम!
•साल में एक बार संचालित किया जाएगा अभियान
•वित्तीय वर्ष 2026-27 से लागू होगी संशोधित फ़ाइलेरिया उन्मूलन गाइडलाइन
सारण (बिहार): वर्ष 2004 में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया था व 2023 में इसे पुनः प्रखंड स्तर पर लागू किया गया. हाल ही में अप्रैल 2025 में भारत सरकार द्वारा संशोधित फ़ाइलेरिया उन्मूलन गाइडलाइन प्रदान की गई इसका 2026-27 से क्रियान्वयन किया जाएगा. इस गाइडलाइन से संबंधित विस्तृत उन्मुखीकरण कार्यक्रम बुधवार को वर्चुअल माध्यम से किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. श्यामा राय, अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फ़ाइलेरिया ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया. इस अवसर पर डॉ. श्यामा राय ने शामिल अधिकारीयों, सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित सभी को एमडीए अभियान के सशक्त संचालन एवं फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किये जा रहे कार्यों की आईएचआईपी पोर्टल पर ससमय रिपोर्टिंग करने को कहा. कार्यशाला में सभी जिलों के वेक्टर रोग जनित नियंत्रण पदाधिकारी, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी, सहयोगी संस्थानों के प्रतिनिधि सहित राज्य एवं जिलों के फ़ाइलेरिया कार्यालय के लोग उपस्थित रहे.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्टेट एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश पांडेय ने संशोधित फ़ाइलेरिया उन्मूलन गाइडलाइन के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी. डॉ. पांडेय ने एमडीए, नाईट ब्लड सर्वे, टास सहित सभी बिन्दुओं पर प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया और कहा की संशोधित फ़ाइलेरिया उन्मूलन गाइडलाइन जल्दी ही सभी जिलों को उपलब्ध करायी जाएगी.
आईएचआईपी पोर्टल पर सभी प्रतिवेदनों की रिपोर्टिंग:
सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के साथ साथ फाइलेरिया से प्रभावित मरीजों को प्रदान की जाने वाली एमएमडीपी सेवाओं के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली किट तथा भारत सरकार द्वारा आईएचआईपी पोर्टल पर सभी प्रतिवेदनों की रिपोर्टिंग पर राज्य सलाहकार फाइलेरिया डॉ अनुज सिंह रावत द्वारा सभी 38 जिलों को विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया एवं परिचर्चा की गयी. पहली बार राज्य सलाहकार द्वारा सभी सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर वार्षिक गतिविधि कैलेंडर बनाया गया है जिसको सभी के साथ इसी में प्रदर्शित किया गया. डॉ. रावत ने राज्य में हाइड्रोसिल मरीजों के ऑपरेशन के स्थिति की जानकारी दी और हर महीने फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी. बताया कि हर महीने उनके द्वारा चार जिलों का भ्रमण कर कार्यक्रम की गुणवत्ता एवं गतिविधियों का ससमय पूरा किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा. राज्य फ़ाइलेरिया कार्यालय से प्रभात कुमार ने कार्यक्रम वित्तीय संबंधी प्रश्नों का उत्तर दिया.