प्रसिद्ध व्यवसायी सुदामा प्रसाद जी के श्राद्ध-कर्म में उमड़ा जनसैलाब, जनप्रतिनिधियों व गणमान्य व्यक्तियों ने दी श्रद्धांजलि!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: सारण जिले के माँझी प्रखंड के ताजपुर निवासी और जिले के प्रतिष्ठित व्यवसायी स्वर्गीय सुदामा प्रसाद जी का श्राद्ध-कर्म समारोह शनिवार की शाम धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए शांति पाठ, ब्रह्मभोज तथा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, साहित्यकारों और समाजसेवियों समेत सैकड़ों स्थानीय लोगों ने भाग लिया।
श्रद्धांजलि सभा में माँझी विधायक सत्येंद्र कुमार यादव, वरीय राजद नेता सुधांशु रंजन, सारण जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह, जिला पार्षद सदस्य कमलेश यादव, जन सुराज के नेता बृजेंद्र कुमार सिंह उर्फ मुन्ना भवानी, उदय शंकर सिंह, पैक्स अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह, पूर्व उप प्रमुख रामा किशुन सिंह, अधिवक्ता अजय सिंह, कवि व साहित्यकार बिजेंद्र कुमार तिवारी, जेपी सेनानी डॉ रामजी तिवारी सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। सभी ने स्व. सुदामा प्रसाद जी के तैल चित्र पर श्रद्धा-सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी सामाजिक सेवाओं व सादगीपूर्ण जीवनशैली को याद किया।
सभा में श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में शिक्षक हवलदार माँझी, रवींद्र ठाकुर, पंकज सिंह, नागेंद्र कुमार, चंद्रदीप सिंह, बाबू जान अली, विनय सिंह, गुड्डू ठाकुर, प्रमोद ओझा, पत्रकार वीरेश सिंह, तारकेश्वर प्रसाद, सोहेल अहमद, एबीपीएसएस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह, संजय पांडेय, संजीव शर्मा, भाजपा नेता सुनील सिंह, भाजपा नेता मनोज प्रसाद, उमेश प्रसाद, आचार्य धनंजय दुबे, सुनील मिश्रा, भाकपा माले नेता हरेंद्र महतो, कमल देव यादव, कमलेश यादव, वीरबहादुर यादव और कई अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए।
सभा में वक्ताओं ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में कहा कि स्वर्गीय सुदामा प्रसाद जी का जीवन ईमानदारी, संघर्ष और सेवा का पर्याय था। उन्होंने न सिर्फ व्यवसाय क्षेत्र में एक आदर्श स्थापित किया, बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सरलता, विनम्रता और मानवीय संवेदनाओं से भरी जीवनशैली सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका जाना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करें और परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति दें।
गौरतलब है कि स्वर्गीय सुदामा प्रसाद जी प्रसिद्ध शिक्षक और कई सम्मानों से सम्मानित बी.के. भारतीय के पिता थे। विगत 11 अप्रैल को हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था। वे लगभग 85 वर्ष के थे। उन्होंने हार्डवेयर व्यवसाय में अपनी साख बनाई थी और सामाजिक क्षेत्र में भी आदर और सम्मान अर्जित किया था।