गायन, वादन और नृत्य जैसी पारंपरिक कलाओं में परांगत अभ्यर्थियों को किया गया सम्मानित!
नटराज गुरुकुल संगीत महाविद्यालय आंदर के 16 छात्रों ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण कर क्षेत्र का किया नाम रौशन!
सारण (बिहार): शिक्षा और संगीत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुके प्रखंड ही नहीं बल्कि जिले का गौरव नटराज गुरुकुल संगीत महाविद्यालय आंदर के 16 छात्र- छात्राओं ने हाल ही में घोषित शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) के परिणामों में शानदार प्रदर्शन करते हुए सफलता हासिल की है। इन विद्यार्थियों की उपलब्धि न केवल महाविद्यालय बल्कि पूरे आंदर क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। इस अवसर पर केंद्राधीक्षक सह संगीत शिक्षिका रागिनी सिंह ने कहा कि इन सफल अभ्यर्थियों ने शास्त्रीय और पारंपरिक संगीत, वादन के अलावा नृत्य जैसी पारंपरिक कलाओं में शिक्षा प्राप्त करते हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी भी की थी। यह परीक्षा राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है, जिसमें छात्रों की शैक्षणिक योग्यता, शिक्षण कौशल और विषयगत ज्ञान की जांच की जाती है। इन सभी सफल अभ्यर्थियों को संस्था के द्वारा शॉल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।
महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाली संगीत महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा परीक्षा की तैयारी में लगातार मार्गदर्शन मिलता है, जिस कारण आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देकर उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल हुई है। इस उपलब्धि को लेकर पूरे प्रखंड क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल है। वहीं स्थानीय क्षेत्र में ऐसा संस्थान होना गर्व की बात है जो शिक्षा और संस्कृति दोनों को आगे बढ़ा रहा है। स्थानीय महाविद्यालय के छात्र और छात्राओं में जिले के पचरुखी प्रखंड अंतर्गत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इटवा में संगीत शिक्षक आदित्य तिवारी, गोपालगंज जिलांतर्गत बैकुंठपुर प्रखंड के श्री योगेंद्र ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रेवतीथ में प्रतिमा कुमारी संगीत शिक्षिका के पद पर कार्यरत है। वहीं पूर्णिया जिलांतर्गत बड़हरा कोठी प्रखंड के रुस्तमपुर स्कूल में अपराजिता कुमारी शिक्षिका के पद पर शैक्षणिक कार्यों को पूरा कर रही है।
सफल छात्रों की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नटराज गुरुकुल संगीत महाविद्यालय के संचालक रंजीत कुमार दुबे ने कहा कि यह सफलता विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, हमारे संस्था में समर्पित शिक्षकों के मार्गदर्शन और गुरुकुल की अनुशासित वातावरण का प्रतिफल है। नटराज गुरुकुल केवल संगीत सिखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि हम विद्यार्थियों को एक समग्र व्यक्तित्व निर्माण की दिशा में भी प्रेरित करते हैं। हमारे यहां के छात्रों को शिक्षा के साथ जो सांस्कृतिक वातावरण मिलता है, वह मानसिक और आत्मिक विकास के लिए बहुत ज्यादा मददगार साबित होता है। इस सफलता पर हर्ष जताते हुए कहा कि नटराज गुरुकुल में बच्चों को केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि जीवन के मूल्यों और नैतिकता की भी शिक्षा मिलती है, जो उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए तैयार करती है। हालांकि एक साथ इतनी बड़ी उपलब्धि आने वाले समय में अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। संगीत और शिक्षा के समन्वय से यह संस्थान न केवल विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ साथ संगीत के क्षेत्र में भी आगे बढ़ा रहा है। आने वाले दिनों में सामाजिक स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी अहम भूमिका निभा सकता है। इस अवसर पर सफल अभ्यर्थियों और अभिभावकों के अलावा केंद्राधीक्षक सह संगीत शिक्षिका रागिनी सिंह, संचालक रंजीत कुमार दुबे, त्रिलोकीनाथ सिंह, तारा देवी, वकील बैठा और प्रीतम कुमार सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।