8 दिन, 80 कार्यकर्ता, 800 किलो घेवर-गुलाब जामुन-नमकीन के साथ सम्पन्न हुआ बायण माता भंडारा!
कटिहार (बिहार) संवाददाता रणजीत जीनगर: सिरोही के दुर्ग स्थित बायण माता मंदिर में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर आयोजित भव्य भंडारा मंगलवार को कन्यापूजन व ध्वजा यात्रा के साथ संपन्न हुआ। 8 दिवसीय इस आयोजन में सेवा और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला।
इस बार के भंडारे ने खास पहचान बनाई — प्रतिदिन परोसे गए विशेष व्यंजनों में 800 किलो घेवर, 800 किलो गुलाब जामुन और 800 किलो नमकीन प्रमुख रहे। मुंबई का प्रसिद्ध माहिम हलवा, जोधपुर की घेवर, बालूशाही, बेसन चक्की और प्रेम रस जैसे विशेष व्यंजन भी बायण माता को भोग के रूप में समर्पित किए गए।
भंडारे की रसोई का ज़िम्मा सोजत के प्रसिद्ध हलवाई जय सिंह सिसोदिया और उनकी 45 सदस्यीय टीम ने संभाला। आयोजन में कुल 200 से अधिक कार्यकर्ताओं ने सेवा दी, जिनमें प्रतिदिन 80 कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
भंडारे के छठे दिन भव्य भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें मधुबाला राव ने भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। पिपलाज, हिम्मतनगर, दासपा और ओबातरी से हजारों श्रद्धालु बस यात्रा के माध्यम से आयोजन में शामिल हुए।
नवमी के दिन कन्यापूजन के साथ "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का संदेश दिया गया। समापन अवसर पर रतन जणवा, मदन सिंह हिम्मतनगर, सज्जन सिंह भीलवाड़ा, अनिल मालवीय, भूपेंद्र सिंह, पायल सिसोदिया, युवराज सिंह, दिलावर सिंह, उत्तम आहोर समेत अनेक कार्यकर्ताओं ने सेवा दी।
संस्थान के संस्थापक महेंद्र सिंह सामुजा ने बताया कि हर नवरात्रि भंडारे में कुछ नया करने की परंपरा है, जिसे आगे भी जारी रखा जाएगा।