मिशन परिवार विकास अभियान-
परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान प्रथम रेफरल इकाइयों में नसबंदी शिविर का होगा आयोजन!: सिविल सर्जन
जिले के बसंतपुर सीएचसी में स्थानीय एमओआईसी के अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित:
आगामी 10 मार्च से 16 मार्च तक दंपति संपर्क पखवाड़ा जबकि 17 मार्च से 29 मार्च तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का किया जाएगा आयोजन: डॉ कुमार रवि रंजन
सिवान (बिहार): मिशन परिवार विकास अभियान कार्यक्रम के तहत आगामी 10 मार्च से 29 मार्च तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। लेकिन 10 मार्च से 16 मार्च तक दंपति संपर्क पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा, जबकि 17 मार्च से 29 मार्च तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा।
उक्त बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी बसंतपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार रवि रंजन ने प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति की बैठक के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि गर्भ निरोधक सूई अंतरा सेवा की उपलब्धता सभी स्थानीय स्तर पर सीएचसी सहित हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर होगा। विभागीय अधिकारियों द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। वही स्थानीय लोगों के बीच जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रचार प्रसार के अंतर्गत सही उम्र में शादी, शादी के कम से कम दो साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर, प्रसव के पश्चात, गर्भपात पश्चात परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपाय, परिवार कल्याण ऑपरेशन में पुरुषों की भागीदारी पर जोर दिया जाएगा। साथ ही परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत उपलब्ध अस्थायी एवं स्थायी उपायों के संबंध में भी आमजन को जागरूक किया जाएगा। प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ उन्मुखीकरण कार्यशाला के आयोजन में मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान इच्छुक तथा योग्य दंपतियों को परिवार कल्याण के अस्थाई एवं स्थाई उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। वहीं उपस्थित सभी एएनएम तथा आशा को पखवाड़ा संबंधित जानकारी दी गई। इस दौरान सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, बीसीएम सरफराज अहमद, जीविका के विजय प्रताप, आईसीडीएस की ओर से महिला पर्यवेक्षिका पिंकी कुमारी, पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम प्रमुख राजेश तिवारी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत ने पत्र जारी कर बिहार के सभी सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि दंपति संपर्क पखवाड़े के दौरान आम से खास के बीच जागरूकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल एवं प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जाएगा। वहीं परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान प्रथम रेफरल इकाइयों में नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा। हालांकि कार्यक्रम की शत प्रतिशत सफल संचालन के के लिए आईसीडीएस, जीविका और पीरामल स्वास्थ्य सहित अन्य के द्वारा विभाग स्वास्थ्य विभाग को सहयोग किया जाएगा।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम विशाल कुमार ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान का आयोजन जिले के सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित किया जाएगा। हालांकि इस अभियान के दौरान जिले में 5 दिन (10 मार्च से 16 मार्च) तक प्रत्येक प्रखंड में ई- रिक्शा के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनों के प्रति जागरूक किया जाएगा। जबकि जिले के सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर 21 मार्च को परिवार नियोजन दिवस मनाया जाएगा एवं वीएचएसएनडी साइट पर सास - बहू सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। वहीं उक्त अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अपनी अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य संबंधित विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करने वाले है।
प्रभारी जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) आलोक कुमार ने बताया कि जिले के आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, विकास मित्र को अपने- अपने क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रम के संबंध में प्रचार प्रसार करने एवं इच्छुक लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित होने वाली आरोग्य दिवस अथवा आशा के माध्यम से कॉपर टी, गर्भनिरोधक सुई एमपीए (अंतरा) एवं गर्भनिरोधक गोली, कंडोम की सेवा उपलब्ध कराने तथा महिला बंध्याकरण पुरुष नसबंदी के लिए उत्प्रेरित कर संबंधित सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर लाने के लिए निर्देशित किया गया है। महिला बंध्याकरण के लिए 300 रूपये एवं पुरुष नसबंदी पर 400 रूपये प्रति लाभार्थी का प्रोत्साहन राशि संबंधित सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से देय होगा।