धरती पर सुखमय जीवन के लिए प्रकृति का संरक्षण आवश्यक है : सोनम मिश्रा
सारण (बिहार) संवाददाता तारकेश्वर प्रसाद: माँझी प्रखंड के खानपुर गांव स्थित माँ जगदंबा मंदिर परिसर में चल रहे श्री शतचंडी महायज्ञ के पांचवे दिन भागवत कथा सुनाने के दौरान प्रकृति के संरक्षण पर जोर देते हुए प्रख्यात कथा- वाचिका सोनम मिश्रा जी ने कहा कि यदि प्रकृति संरक्षित रहेगी, हरे-भरे वृक्ष रहेंगे तभी धरती पर सुखमय जीवन संभव है। बड़े पैमाने पर पेडों की कटाई होने से हीं धरती पर तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है, समय पर बारिश नही हो रही है और धीरे-धीरे जीव-जंतुओं की कई प्रजातियां विलुप्त होती जा रही है। ऐसा हीं चलता रहा तो एक दिन पृथ्वी से जीवन पूर्णतः समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि आप चाहते हैं कि हमारे बच्चे व आने वाली पीढ़ियां सुरक्षित रहे तो प्रत्येक व्यक्ति को वृक्षारोपण अभियान से जुड़ना होगा। यदि हर व्यक्ति प्रत्येक वर्ष अपने जन्मदिन पर एक-एक वृक्ष लगाए तो यह बड़ा हीं पुण्य का कार्य होगा। भगवान श्रीकृष्ण ने भी गोवर्धन पूजन के माध्यम से प्रकृति के संरक्षण का संदेश दिया है। भगवान कहते हैं पर्वत एवं पेड़- पौध सदा से पूजनीय रहे हैं। सोनम मिश्रा ने आगे कहा कि जो लोग प्रकृति से प्रेम रखते हैं, भगवान उनके ऊपर प्रसन्न होते हैं। भगवान सच्चे भक्त के अधीन होते हैं। जिस प्रकार एक सच्चे भक्त को भगवान की आवश्यकता है वैसे हीं भगवान को भी एक सच्चे भक्त की आवश्यकता है, जिसका जीवन व कर्म जगत-कल्याण में समर्पित हो। भागवत कथा के दौरान हीं सोनम मिश्रा के देखरेख में गोवर्धन पूजन के माध्यम से प्रकृति के पूजन एवं संरक्षण का संदेश दिया गया।
मौके पर यज्ञ समिति के महेश्वर मिश्रा, अनिल मिश्रा, गुड्डू ओझा, नागेंद्र मिश्रा, राजकुमार मिश्रा, जितेंद्र कुमार मिश्रा, नागेंद्र तिवारी, प्रदीप मिश्रा, राम बालक मिश्रा, महादेव ओझा, अनूप मिश्रा, ठाकुर सिंह, मंटू साह समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रोता व दर्शक मौजूद थे।