सनातन संस्कृति की आधारशिला है मातृ-पितृ पूजन!- ऋषिकेश महाराज
कोलकाता : "कलयुग के प्रभाव में एक ओर माता-पिता संतानों को समय नहीं दे पा रहे तो दूसरी और संतानें उनके प्रति सिर्फ़ अपनी आवश्यकता के लिए ही देखती हैं। इस स्थिति में मातृ-पितृ पूजन का आयोजन सनातन संस्कृति के संरक्षण की दिशा में एक विनम्र प्रयास है" - ये उदगार है गौड़िय मठ बागबाजार के पूज्य स्वामी श्री ऋषिकेश महाराज के, जो 'मारुति सेवा समिति' द्वारा रविवार को सांयकाल तारा सुन्दरी पार्क में आयोजित 7वें मातृ-पितृ पूजन समारोह में बतौर उद्घाटनकर्त्ता के रूप में बोल रहे थे।
इस समारोह में मंत्रोच्चार के साथ करीब 90 माता-पिताओं का वंदन-पूजन उनके संतानों द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता अजयेंद्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि संतानों में ऐसे संस्कार माता के द्वारा ही दिए जा सकते हैं। शिवाजी महाराज के उन्नत संस्कार उनकी माता ने दिए। सर आशुतोष मुखर्जी आधुनिक काल में मातृभक्ति के उत्तम उदाहरण बने जब उन्होंने गवर्नर जनरल द्वारा समुद्र पार जाने के आदेश पर मातृ-आज्ञा को वरीयता देते हुए विदेश यात्रा नहीं की तथा गवर्नर जनरल का क्रोध मोल लिया। प्रधान अतिथि कोलकाता नगर निगम वार्ड 23 के पार्षद विजय ओझा ने कहा कि मां बच्चों को सुसंस्कारित करती है, वह उसकी पहली पूजनीया गुरु होती है। पार्वती-परमेश्वर के रूप में अपने माता-पिता का पूजन प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए। यहीं सनातन धर्म की शिक्षा है। संसार के अन्य धर्मों में कहीं भी नारी जाति का इतना सम्मान नहीं हैं जितना हमारे सनातन धर्म में है, यही हमारी जीवनदायिनी शक्ति है। समारोह के अध्यक्ष तथा जाने माने वरिष्ठ समाजसेवी तथा माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष बुलाकीदास मीमाणी ने कहा कि 'मातृ-पितृ देवो भवः' भारतीय संस्कृति का प्राण है। उन्होंने मारुति सेवा समिति के कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की।
श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के अध्यक्ष एवं समाजसेवी महावीर बजाज ने कहा कि ऐसे संस्कारजनित आयोजनों के माध्यम से हम समृद्ध भारत का निर्माण कर सकेंगे। कोलकाता नगर निगम वार्ड 22 की पार्षद मीना पुरोहित ने मातृ शक्ति का आह्वान करते हुए बच्चों को संस्कार देने की बात कही। इस अवसर पर भृगुनाथ पाठक एवं रजनीश पांडे ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के प्रारंभ में पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई एवं भारतमाता के चित्र पर माला एवं पुष्प अर्पित किया गया। अतिथियों का स्वागत और सम्मान ब्रजेन्द्र पटेल, आयुष शुक्ला, हरभजन सिंह, प्रदीप सिंह, अनुराग शुक्ला एवं ऋतु शर्मा ने शॉल ओढ़ाकर किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन मारुति सेवा समिति के संरक्षक नवनीत (गुड्डू दूबे) व धन्यवाद ज्ञापन संस्था के अध्यक्ष राजेश कुमार दूबे ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में नीतिश सिंह और विनोद यादव उपस्थित थे।
समारोह को सफल बनाने में दीपक पाण्डेय, रणविजय सिंह, ऋषि शर्मा, बबीता पांडेय, नेहा शर्मा, मनोज शर्मा, ऋषि शर्मा, महेश गुप्ता, संजय ओझा, आशुतोष तिवारी, रत्नेश मिश्रा, उमेश भगत, मोहन यादव, बसंत यादव, उदय यादव, हरभजन सिंह, कंचन राय, उदयराज सिंह, रंजन सिंह, हरेराम सिंह, सुनील पटवा, भगवत बेहरा, अमित ओझा, कार्तिक शुक्ला, जितेंद्र सिंह आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।