माँ सरस्वती राष्ट्रीय काव्य मंच पर बड़े उत्साह से सम्पन्न हुआ काव्य एवं विचार गोष्ठी कार्यक्रम!
माँ सरस्वती राष्ट्रीय काव्य मंच भारत पर रविवार को आयोजित कविता क्या है विषय पर आधारित काव्य एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को उल्लासित बनाने के लिए बड़े-बड़े अनुभवी साहित्यकारों में अपने सुंदर प्रस्तुति के साथ योगदान दिया। कार्यक्रम के विषय का सार कविता साहित्य के भीतर एक परिष्कृत कला रूप है जो शब्दों की कलात्मकता के माध्यम से भावनाओं को सुंदर ढंग से व्यक्त करती है। अक्सर पद्य के रूप में संदर्भित, कविता एक माध्यम के रूप में कार्य करती है। जिसके माध्यम से मानव आत्मा की गहराई को व्यक्त किया जाता है। यह भाषा का एक गढ़ा हुआ निर्माण है, जो भावनाओं को जगाने और आत्मा के साथ प्रतिध्वनित करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है। इस कार्यक्रम में अध्यक्ष मीरा सक्सेना, श्री भारत भूषण वर्मा, विशिष्ट अतिथि डॉ ज्योति कृष्ण मिश्रा, कार्यक्रम समन्वयक प्रेरणा बुड़ाकोटी, मंच संचालन उर्मिला कुमारी, डॉ अर्चना पाण्डेय भिलाई दुर्ग छत्तीसगढ़ कार्यक्रम संयोजक पटल सह संस्थापक एवं अलंकरण अधिकारी श्री रतिराम गढ़ेवाल, कार्यक्रम संरक्षिका माला सिंह, विशेष मार्गदर्शन भावना गुप्ता, श्री सुशील कुमार पाठक, श्री पुहुप राम यदु, श्री मनीष कुमार शर्मा, श्री रमेश कुमार द्विवेदी, डॉ देवी दीन अविनाशी,श्री नंदकिशोर बहुखंडी, डॉ अर्चना पाण्डेय, डॉ रुपाली गर्ग, डॉ कुमारी चंदा देवी स्वर्णकार, कविता नामदेव, डॉ अंबे कुमारी, श्री एस अनंत कृष्णन, मनीषी शेखर केशकाल, मंजूषा दुग्गल, नीरजा वर्मा, मेघा अग्रवाल, डॉ ब्रजेन्द्र नारायण द्विवेदी,डॉ महेश तिवारी, ऋतु गर्ग, श्री प्रभाकर सिंह, प्रोफेसर डॉ शरद नारायण खरे, श्वेता प्रसाद, सुमन गर्ग जी डॉक्टर शशिकला अवस्थी उपस्थित रहें। अंत में अच्छे भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम का समापन महेश प्रसाद शर्मा संस्थापक माँ सरस्वती राष्ट्रीय काव्य मंच भारत द्वारा किया गया।