फाइलेरिया जैसी बीमारी होगी जड़ से खत्म, नगर परिषद सभागार में पार्षदों ने ली शपथ!
एमडीए अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने के उद्देश्य से वार्ड पार्षदों को किया गया जागरूक!
नगर परिषद के सभी पार्षद अपने- अपने क्षेत्रों में लोगों को करेंगे जागरूक: नगर प्रबंधक
सिवान (बिहार): जन- स्वास्थ्य से जुड़े फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर आगामी 10 फरवरी से प्रस्तावित एमडीए (सर्वजन दवा सेवन) कार्यक्रम की शत सफलता के लिए सिवान ज़िले सहित नगर परिषद क्षेत्र में तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पीरामल स्वास्थ्य और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) द्वारा आयोजित बैठक के बाद एमडीए दवा खाने वालों की संख्या में इज़ाफ़ा होगा। उक्त बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने नगर परिषद के सभागार में आयोजित बैठक सह जागरूकता अभियान के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि फाइलेरिया जैसी बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर परिषद की सभापति, उप सभापति और नगर प्रबंधक सहित सभी वार्ड सदस्यों ने अपनी सहमति जताई है। हालांकि कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह के दिशा- निर्देश में नगर परिषद के सभागार में नगर प्रबंधक बालेश्वर राय के अध्यक्षता में बैठक सह जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान डीवीबीडीसीओ डॉ ओम प्रकाश लाल, जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार (डीवीबीडीसी) नीरज कुमार सिंह, स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधक पदाधिकारी उज्जवल तिवारी, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, पीरामल स्वास्थ्य के मिथिलेश कुमार पाण्डेय सहित स्थानीय नगर परिषद के सभी वार्ड पार्षद मौजूद रहे।
नगर परिषद के सभी पार्षद अपने- अपने क्षेत्रों में लोगों को करेंगे जागरूक: नगर प्रबंधक
नगर परिषद के प्रबंधक बालेश्वर राय ने कहा कि आगामी 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम की शत प्रतिशत सफ़लता को लेकर नगर परिषद क्षेत्र के सभी वार्ड पार्षदों के साथ बैठक का आयोजन किया गया है। जिसमें आप सभी को अपने- अपने क्षेत्रों के निवासियों को जागरूक करना होगा। ताकि शत प्रतिशत दवा खिलाई जा सके। सबसे ख़ास बात यह है कि फाइलेरिया की खुराक खिलाने के लिए तीन एज ग्रुप का निर्धारण किया गया है। जिसमें 02 आयु वर्ष से लेकर 5 वर्ष के सभी बच्चों को एक अल्बेंडाजोल एवं एक डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। वहीं 06 से 14 वर्ष तक के बच्चों को एक अल्बेंडाजोल एवं 2 डीईसी तथा 15 वर्ष से ऊपर के लोगों को एक अल्बेंडाजोल तथा 3 डीईसी की खुराक दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं के अलावा गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलाई जाएगी। फाइलेरिया जैसी लाइलाज़ बीमारी से बचना है तो एमडीए की खुराक खानी ही पड़ेगी क्योंकि अभी तक इसका स्थायी उपचार संभव नहीं है।
फाइलेरिया मुक्त पंचायत को लेकर जिला परिषद के सभागार में स्वस्थ्य पंचायत से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित: पीरामल स्वास्थ्य
वहीं दूसरी तरफ पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि कुमार कुंदन के द्वारा जिला परिषद के सभागार में पंचायत के सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए (LSDG) थीम एक से नौ तक का सभी विषयों पर मुखिया, पंचायत सचिव, लेखापाल और तकनीकी सहायकों को प्रशिक्षित कार्यक्रम के तहत थीम दो के अंतर्गत स्वस्थ्य पंचायत से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया। जिस दौरान फाइलेरिया मुक्त पंचायत को लेकर सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम को शत प्रतिशत सफल बनाने के उद्देश्य से दारौंदा, पचरुखी, रघुनाथपुर, हसनपुरा और बसंतपुर प्रखंड से आए सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और पीरामल स्वास्थ्य के अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। क्योंकि आगामी 10 फरवरी से प्रस्तावित कार्यक्रम अंतर्गत सभी को अपने अपने क्षेत्रों के नागरिकों को दवा खाने के लिए प्रेरित करना है। ताकि राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में जिलेवासियों को दवा का सेवन कराया जा सकें। साथ ही फाइलेरिया से ग्रसित लोगों को दिव्यागता प्रमाण पत्र बनाने को लेकर भी जागरूक किया गया।