शिव विवाह प्रसंग सुन श्रोता हुए भाव विभोर!
सिवान (बिहार): सिसवन प्रखंड के ग्यासपुर पंचायत के साईपुर गांव के बाबा के बाड़ी स्थित लंगटुआ बाबा के स्थान पर चल रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के पाँचवे दिन बुधवार को कथा वाचक श्री शक्ति पुत्र जी महाराज ने शिव विवाह का प्रसंग सुनाया। इसे सुन श्रोता भाव विभोर हुए।उन्हों ने कहा कि मनु शतरूपा की कन्या आकूति का विवाह पुत्रिका धर्म के अनुसार रुचि प्रजापति से तथा प्रसूति कन्या का विवाह ब्रह्माजी के पुत्र दक्ष प्रजापति से हुआ। उससे उन्होंने सुंदर नेत्रों वाली सोलह कन्याएं उत्पन्न कीं।दक्ष प्रजापति की सभी कन्याओं को संतान की प्राप्ति हुई लेकिन सती के पिता दक्ष ने बिना किसी अपराध के भगवान शिवजी से प्रतिकूल आचरण किया था। इसीलिए युवावस्था में क्रोधवश योग द्वारा स्वयं ही अपने शरीर का त्याग कर देने से सती को कोई संतान न हो सकी। भागवत कथा के दौरान धार्मिक भजन गाए गए। जिन पर श्रद्धालु थिरके।