अखिल भारतीय किसान सम्मेलन में डा. शैलेश गिरी ने अपशिष्ट से आय, रोजगार बढ़ाने और प्रदूषण मुक्ति हेतु सुझाया रास्ता!
एटा (उत्तर प्रदेश): राजकीय जिला कृषि व अद्योगिक विकास प्रदर्शनी के भव्य पंडाल में मंगलवार को भारतीय हलधर किसान यूनियन के तत्वावधान में अखिल भारतीय किसान सम्मेलन आयोजित हुई। सम्मेलन के शुभारंभ में कृषि उपनिदेशक रोहतास कुमार के साथ धीरेन्द्र सोलंकी राष्ट्रीय अध्यक्ष, देश राज भगत सिंह राष्ट्रीय मुख्य महासचिव, डा. शैलेश कुमार गिरि राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता बिहार झारखंड प्रदेश प्रभारी व अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। तत्पश्चात उद्घाटन मुख्य अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने फीता काट कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।
संबोधन के क्रम में कई जिला व प्रदेश के शीर्ष पदाधिकारियों के द्वारा हुई जिसमें वक्ताओं अपने अपने क्षेत्रों के समस्याओं के समाधान हेतु संगठित हो काम करने पर बल दिया। संबोधन के क्रम में मुख्य वक्ताओं में राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेन्द्र सोलंकी,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह, कृषि उपनिदेशक रोहतास कुमार, राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता बिहार झारखंड प्रदेश प्रभारी डॉ शैलेश कुमार गिरि, राष्ट्रीय मुख्य संगठनमंत्री राजकुमार सिंह रहे।
आपको बताते चलें कि धीरेन्द्र सोलंकी ने अपने संबोधन से भाकियू हलधर के पदाधिकारियों में एक नई उर्जा का संचार किया। वहीं कृषि उपनिदेशक रोहतास कुमार ने किसानों से सभी सरकारी योजनाओं पर विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर योजनाओं से लाभ लेने के लिए प्रेरित किया तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने संबोधन के माध्यम से किसान व किसानी की वेदाना का सजीव चित्रण करते हुए अपने संबोधन से सभी के दिलों को झकझोर डाला। लेकिन सबसे हट कर डा. शैलेश कुमार गिरि राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता ने अपने ओजस्वी संबोधन पर सबका ध्यान केंद्रित करते हुए भविष्य में देश के किसानों की आय और रोजगार को बढ़ाने के लिए हर जिले में दो "बायो कोल" की बड़ी इकाई स्थापित करने की जोरदार अपील किया और कहा इससे किसानों के गन्ना, गेंहू धान या अन्य अपशिष्ट पदार्थों से आय के साथ रोजगार मुहैया कराने के कार्य योजना पर काम कर रहा हूं। मैं तथा शीर्ष राष्ट्रीय पदाधिकारियों की पांच सदस्यों टीम को भी ऐसे प्लांटों को गहराईयों समझने बुझने के लिए निरीक्षण कर जानकारी एकत्रित करने की भी अपील कर डाली। जिससे वो देश के किसानों के पर राज करते हुए अखिल भारतीय किसान सम्मेलन को सफल बनाने में ऐड़ी चोटी का जोड़ लगा दिया जो किसानों के जीवन को पुनर्जीवित करने का काम करेगा।