बीजेपी जिला अध्यक्ष की घोषणा: मंत्री प्रहलाद पटेल के करीबी रामस्नेही बने अध्यक्ष!
नरसिंहपुर (मध्यप्रदेश) संवाददाता राजकुमार दुबे: नरसिंहपुर - भारतीय जनता पार्टी में संगठन पर्व के तहत जो-जो बातें और योग्यताओं की चर्चा, बेवकूफ़ों के सामने आती रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो रहा है कि जिला अध्यक्ष मनोयन में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल की ताकतें जरूर उभर कर सामने आ रही हैं। लगभग एक पखवाड़े चले उठा-पटक के बाद पटेल गुट के मनमाफिक की घोषणा होने से अन्य दो गुटों में मोही छा गई। वे गैरगुटीय पोर्टफोलियो में भी संशोधन किया गया। जिसका अर्थ है अमूर्त प्रभाव के लेप ग्रहण में देखना।
राजनीतिक विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जब सत्ता और संगठन एक ही हो गए। नहीं तो भाजपा की राजनीति में सत्ता अलग रहती है और संगठन अलग रहता है। हालाँकि सीधे तौर पर श्री पटेल ने कहीं भी कोई बयान या जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन जिला अध्यक्ष ने सारा संदेश अपने पक्ष में ही दिया।
पहले रिजेक्ट, फिर तय
नवनियुक्त जिला अध्यक्ष रामसनेही पाठक का नाम पटेल गुट की ओर से रायशुमारी में प्रमुखता सामने आयी थी। लेकिन जब नाम प्रदेश समिति के पास पहुंचा तो संगठन में कार्य करने के अनुभव की कमी को देखते हुए नाम रिजेक्ट हो गया। इसके बाद फिर केरल की रहने वाली बीना ओसवाल का नाम श्री पटेल ने करवा फाइनल दिया। आधिकारिक घोषणा करने वाले अधिकारी नरसिंहपुर तक गए। इसकी सबसे पहले बात लाइक हो गई थी और अन्य बड़े नेताओं ने संगठन में बात रखी थी। उन अनेकों संगीतकारों में भी श्रीमती ओसवाल का नाम रखा गया।
बनी समिति का निर्णय
संगठन से नरसिंहपुर जिला अध्यक्ष का फैसला लेने के लिए कैबिनेट मंत्री द्वय प्रह्लाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह और पूर्व समाजवादी कम्युनिस्ट कैलाश सोनी को एक समिति बनाई गई। जिसका निर्णय यह था कि कौन जिला अध्यक्ष बनेगा। किन्ही कारणों से इस समिति की बैठक नहीं हो पाई। अन्ततोगत्वा श्री पाठक का नाम घोषित हो गया।
ये भी थे निवेदन
पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल, पटेल गुट की ओर से मोर्चा संभाले हुए थे, सभी ओर से बोल्ट की अगुवाई की तैयारी की गई थी। गाडरवारा क्षेत्र से राव उदय प्रताप सिंह (बजरंग दल) की महिला महासचिव की संभावना को देखते हुए श्रीमती बीना ओसवाल को ब्राह्मण कार्ड देखते हुए श्री पाठक का नाम दिया गया था। जो रणनीति सफल रही।
कैबिनेट मंत्री कैबिनेट मंत्री उदय प्रताप सिंह की ओर से वर्तमान जिला सैनिक ठाकुर राजीव सिंह का नाम था। तो संघ की ओर से करेली निवासी उदय ठाकुर का नाम भी संग्रहालय से विचारणीय रहा। वहीं मनमाफिक नमाजी तो दो प्यारे लोगों ने की थी। लोधी समाज की राजनीति करने वाले पटेल बंधनियो ने लोधी समाज के ही ठाकुर राजीव सिंह का समर्थन करते हुए यह सवाल भी क्यों नहीं उठाया?
कौन है पाठक
सोशल मीडिया व आम चर्चा में भी नवनियुक्त जिला अध्यक्ष रामसनेही पाठक के बारे में चर्चा हो रही है कि यह कौन है? बताया जाता है कि इस गांव के आम निवासी और व्यवहारिक व्यक्ति हैं। मूल रूप से पूर्व मंत्री जालम सिंह के करीबी और पूर्व में करेली ग्रामीण के ग्रामीण पद पर रह चुके हैं और कुछ महीने से मंडल अध्यक्ष भी रह रहे हैं। लेकिन उम्र सबसे ज्यादा होने के कारण उन्हें हटा दिया गया था