10 फरवरी से एमडीए कार्यक्रम प्रस्तावित, क्योंकि स्वस्थ समाज के लिए फाइलेरिया उन्मूलन बेहद आवश्यक!
फाइलेरिया की वजह से होने वाले हाथी पांव का नहीं है कोई इलाज: पीरामल स्वास्थ्य
फाईलेरिया उन्मूलन में सीएचओ को प्रभावी रूप से शामिल करने की आवश्यकता: सिविल सर्जन
समुदाय के लोगों को एमडीए राउंड में दवा सेवन करने से संकोच नहीं करना चाहिए: डब्ल्यूएचओ
सिवान (बिहार): फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम के तहत 10 फरवरी से अभियान शुरू हो रहा है। जिसको लेकर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण इकाई सीवान द्वारा तेज कर दी गई है। उक्त बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कही। हालांकि एमडीए अभियान से पूर्व जिले में नाइट ब्लड सर्वे (एनबीएस) का संचालन किया जा चुका हैं। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद एमडीए का संचालन किया जाने वाला है। इस दौरान जिले में लोगों को एमडीए के प्रति जागरूक किया जा रहा है। क्योंकि
फाइलेरिया एक मच्छर जनित रोग है। घर के आस- पास जल जमाव वाले क्षेत्र व गंदे स्थानों पर पनपने वाले मच्छर से मच्छर जनित रोग फैलने का डर बना रहता है। जो गंभीर रोग के कारक होते हैं। इसलिए हमें आसपास के माहौल को हमेशा स्वच्छ व सुंदर बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए। इससे हमें अपने परिवार के साथ- साथ समाज के कई अन्य लोगों को भी गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बचा सकते हैं। हालांकि स्वस्थ समाज के लिए फाइलेरिया उन्मूलन अतिआवश्यक है। समय पर इलाज नहीं होने से यह बीमारी मरीज को दिव्यांग बना सकता है।
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि फाईलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए के साथ एमएमडीपी क्लिनिक का बेहतर क्रियान्वयन भी जरुरी है। हालांकि राज्य सहित जिला के द्वारा फाईलेरिया उन्मूलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। हालांकि इसके लिए जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल एवं शहरी क्षेत्र अंतर्गत स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारियों को विभागीय अधिकारी द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश जारी कहा गया है कि जल्द से जल्द कार्य एवं सूक्ष्म योजना तैयार किया जाना चाहिए। ताकि प्रशिक्षण कार्य शुरू किया जाए। फाईलेरिया उन्मूलन की मुहिम में सामुदायिक स्वास्थ्य आधिकारी (सीएचओ) को प्रभावी रूप से शामिल करने एवं उनको प्रशिक्षित करने से एमडीए में सहयोग से लेकर फाईलेरिया मरीजों के स्टेज चिन्हित करने में मदद मिलती हैं। क्योंकि शत- प्रतिशत फाइलेरिया रोधी दवा सेवन से ही फाइलेरिया प्रसार चक्र को तोड़ा जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की क्षेत्रीय सलाहकार डॉ माधुरी देवाराजू ने बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है। जिससे बचाव का एकमात्र उपाय दवाओं का सेवन करना होता है। क्योंकि फाइलेरिया क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से होता है। जिस कारण इंसान के शरीर के कई अंगों में सूजन आ जाता है और वह चलने फिरने में भी लाचार हो जाता। रोग की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा वर्ष में एक बार फाइलेरिया की दवा सेवन के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम चलाया जाता है। फ़ाइलेरिया से ग्रसित किसी भी महिला या पुरुषों में लक्षण दिखाई देने में कम से कम 10 से 15 वर्ष का समय लग सकता है। लेकिन फाइलेरिया की दवा पूरी तरह सुरक्षित है और इससे किसी प्रकार से कोई नुकसान भी नहीं होता हैं। इसलिए समुदाय के लोगों को एमडीए राउंड में दवा सेवन करने से संकोच नहीं करना चाहिए। आशा कार्यकर्ता या अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा खिलाई जाने वाली दो तरह की दवाएं पूरी तरह से सुरक्षित है।
पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि कुंदन कुमार द्वारा फाइलेरिया के संबंध में बताया गया कि यह एक गंभीर और कष्टकारी दायक रोग है। क्योंकि फाइलेरिया की वजह से हाथी पांव होने की स्थिति में इसका कोई इलाज नहीं है। संक्रमण के खतरों से बचाव के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम संचालित किया जाता है। इस साल भी 10 फरवरी से जिले में इस कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। पांच साल तक लगातार साल में एक बार दवा सेवन से फाइलेरिया से बचाव संभव है। फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर एमडीए कार्यक्रम की शत प्रतिशत सफलता के लिए प्रखंड स्तर पर कार्य एवं सूक्ष्म योजना को लेकर विभागीय स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। ताकि कार्यक्रम का रूप रेखा तैयार कर कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। इस अवसर पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल, जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी प्रीति आनंद, विकास कुमार और कुंदन कुमार पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि कुंदन कुमार और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।