ठेले पर शव को ले गए परिजन। मौत के बाद भी नहीं मयस्सर हो पाया एम्बुलेंस।
कटिहार (बिहार) संवाददाता रूपेश मिश्रा: ठेले पर शव को ले गए परिजन। मौत के बाद भी नहीं मयस्सर हो पाया एम्बुलेंस। आखिर कब सदर अस्पताल की स्थिति में होगा सुधार?
कटिहार का सदर अस्पताल एक बार फिर अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में है। कहने को तो जिले का एक मात्र बड़ा अस्पताल जिसकी भवन तो करोड़ों की लागत से बन गई। तमाम तरह की आधुनिक संसाधनों से लेश किया गया, लेकिन कटिहार के इस सदर अस्पताल प्रशाशन की लचर व्यवस्था के कारण इसे हर बार शर्मशार होना पड़ता है।
ताजा मामला कटिहार के सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीज की मौत के बाद उसे घर तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस तक मयस्सर नहीं हो पाया और परिजन मरीज के मृत शरीर को ठेले पर लाद अपने घर ले गए।
इस संबंध में बताया जाता है कि कटिहार के नया टोला फुलवाड़ी के रहने वाले साठ वर्षीय शहदीप रॉय को जोंडिस के इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मरीज की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबन्धन पर आरोप लगाते हुए बताया कि वे लोग एम्बुलेंस के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन सदर अस्पताल प्रशाशन एम्बुलेंस रहते हुए भी मरीज के परिजन कों नहीं उपलब्ध करा सके और मरीज के परिजन शव को ठेले पर लाद अस्पताल से घर ले गए। वहीं इस संबंध ने अस्पताल का कोई कर्मचारी बोलने में असमर्थ रहा। वहीं तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि अस्पताल के सामने कई एम्बुलेंस खड़े है। एम्बुलेंस के सामने ही परिजन मृत को ठेले पर लाद कर ले जा रहे है। यदि यह आरोप सही है तो प्रश्न उठता है कि आखिर कब सुधरेगा सदर अस्पताल और कब तक यू ही सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था का दंश आम जिले वासी उठाते रहेंगे ये भी है एक बड़ा सवाल है?
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