बंद पड़ा पुस्तकालय: जिसका भविष्य खुद है बंद, वह बच्चों का भविष्य क्या बनाएगा!
सांसद कोष से निर्मित पुस्तकालय उद्घाटन के बाद से बंद!
सारण (बिहार) संवाददाता संजीव शर्मा: माँझी नगर पंचायत के रघुनाथ गिरी के मठिया के शिव मंदिर परिसर में आचार्य केशवानंद गिरी के स्मृति में महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल द्वारा निर्मित पुस्तकालय भवन में उद्घाटन के बाद से ही ताला लटका हुआ हैं।
बताया जाता है कि सांसद द्वारा लाखों रुपये की लागत से पुस्तकालय भवन उद्घाटन के सालों बाद भी सुचारू रूप से शुरू नही होने से भवन के चारों तरफ जंगल जम चुका है।भवन धूल फांक रहा है। वर्षो बाद भी जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यह पुस्तकालय शुरू नहीं हो पाया, जिसके चलते प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले सैकड़ों छात्रों को मजबूरी में निजी डिजिटल लाइन लाइब्रेरी में जाकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। नगर पंचायत के रघुनाथ गिरी के मठिया में आचार्य स्व केशवानन्द गिरी के नाम पर बने पुस्तकालय भवन अपनी दुर्दशा पर बेहाल हैं।
इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण उमेश गिरी ने बताया कि इस पुस्तकालय भवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक कमिटी बनाई गई थी, जो कागज पर बनी फिर कागज पर ही सिमट गई। कमिटी का गठन सिर्फ कागजी था। पैसे के आभाव में पुस्तकालय का कोई काम नही हो पाया। पुस्तकालय के लिये पुस्तक पुस्तिकाओं सहित विशेष सामग्री के लिए पैसे की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि यहाँ पुस्तकालय के उद्घाटन के बाद जनसहयोग व शिक्षाविद के सहयोग, मार्गदर्शन आदि की व्यवस्था भी अभी कोसो दूर है। गांव देहातों में पुस्तकालय के उद्घाटन के बाद बेरोजगार छात्रों को अपने पढ़ाई को लेकर एक खुशी की आस जगी थी वो भी अधूरा साबित हुआ।
। आपको बता दे कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ों छात्र प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करते है। यहाँ पुस्तकालय भवन उद्घाटन के बाद भी शुरू नहीं होने के चलते छात्रों को मजबूरन भारी भरकम फीस देकर निजी डिजिटल लाईब्रेरी का सहारा लेना पड़ रहा है, जो आर्थिक रूप से छात्रों का शोषण हो रहा है।