पत्नी की मौत का सदमा: पति को भी ब्रेन हैमरेज! ठीक 8वे दिन उसी जगह हुआ पति का भी दाह संस्कार!

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सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: सात जन्मों तक साथ निभाने के संकल्प के साथ लगभग 60 वर्षों पूर्व वैवाहिक बंधन में बंधी तथा दिल्ली में इलाजरत बीमार पत्नी की मौत का सदमा बृद्ध पति बर्दास्त नही कर सका तथा पत्नी की मौत के ठीक आठवें दिन ब्रेन हैमरेज के बाद पति ने भी दम तोड़ दिया। यह लोमहर्षक घटना माँझी नगर पँचायत क्षेत्र के दुर्गापुर गाँव की है।
घटना की जानकारी देते हुए मृतक दम्पत्ति के भतीजा कंचन सिंह ने बताया कि बृद्ध दम्पत्ति पेशे से किसान थे तथा दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। उन्हें एक पुत्र तथा तीन पुत्री हैं जिनकी शादी हो चुकी हैं। दिल्ली में महीनों से इलाजरत उनकी चाची नैना देवी की पिछले गुरुवार को मौत हो गई तथा अगले दिन शुक्रवार को सरयु नदी के किनारे मृतका का दाह संस्कार सम्पन्न हो गया। मुखाग्नि बृद्ध पति केदार सिंह ने दी। उधर पत्नी की मौत से आहत पति का रो रो कर बुरा हाल था। वे बार बार पत्नी को याद करके उनकी संस्मरणों में खो जा रहे थे तथा एकबार फिर से अपनी जीवन संगिनी पत्नी का साथ पाने के लिए ईश्वर से अपनी भी मौत की लगातार गुहार लगा रहे थे। फिर क्या था ईश्वर ने उनकी करुण पुकार सुन ली तथा पत्नी की मौत के ठीक आठवें दिन गुरुवार की रात ब्रेन हैमरेज की वजह से उक्त बृद्ध पति ने भी दम तोड़ दिया।
परिजनों ने सरयु नदी के किनारे पति का दाह संस्कार भी उसी स्थान पर कर दिया जहाँ आठ दिन पहले पत्नी का दाह संस्कार सम्पन्न हुआ था। आठ दिनों के भीतर पहले पत्नी तथा फिर पति की भी मौत हो जाने की यहाँ के आसपास के गाँवों में ब्यापक चर्चा है।