"ऊॅं ऐ ह्लीं क्लीं चामुण्डायै नमः" के उद्घोष से बना भक्तिमय वातावरण!
सारण (बिहार): संवाददाता सत्येन्द्र कुमार शर्मा: "मॉं शैलपुत्री" की पूजा अर्चना से वातावरण भक्तिमय बना। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन पूजा स्थल पर कलश स्थापना के लिए कलश जल भरी की परंपरा के अनुसार सर्वत्र कलश जल भरी किया गया। कलश जल भर कर पूजा स्थल, पूजा मंडप व सार्वजनिक पूजा पंडालों में स्थापना वेद मंत्रोच्चार के साथ किया गया।कलश जल भरी में पूजा स्थल के आसपास के सैकड़ों महिलाओं-कन्याओं के अलावा पुरुषों ने भाग लिया। पर्वत राज हिमाल की पुत्री "शैलपुत्री" के मंत्रोच्चार किया गया। मंत्रोच्चार से सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय बना रहा। पूजा स्थल के आसपास की महिलाओं द्वारा पूजा पंडालों में स्थापित शक्ति स्वरूपा मॉं "शैलपुत्री" के मंडप में दिप प्रज्वलित कर मंडप को जगमग किया गया। सारण जिले के सहाजितपुर थाना क्षेत्र के मेढ़ुका जमुनिया बाबा मंदिर परिसर में स्थापित कलश के जलभरी में आसपास के हजारों भक्तों ने भाग लिया।