माँझी के विधायक ने की वादाखिलाफी, अब जनता ऊबकर तलाश कर रही है नया विकल्प!: पंकज राय
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: जिले के माँझी के विधायक की वादाखिलाफी से लोकतांत्रिक मिजाज के परम्परागत मतदाता उनसे छिटक कर एक विकल्प की तलाश कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विधायक द्वारा उपेक्षित किये गए मतदाताओं का सम्मान वापस दिलाने के लिए सक्रिय कार्यकर्ताओं के बलबूते मैं माँझी से आगामी विधानसभा का चुनाव लडूँगा। यह बातें राजद के युवा नेता एवम माँझी विधानसभा के पूर्व प्रत्यासी खेलाड़ी राय के पुत्र पंकज राय ने बुधवार को बेलदारी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कही।
उन्होंने आरोप लगाया कि माँझी के माकपा विधायक डॉ सत्येन्द्र यादव ने चुनाव से पहले पिछड़े वर्ग के अलावा दलित शोषित एवम अल्पसंख्यक मतदाताओं से जो वादा किया था उसपर वे खरे नही उतरे बल्कि उन्ही मतदाताओं के साथ उन्होंने विश्वासघात किया है जिन्होंने उन्हें विधायक बनाया। उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व गरीबों के बीच हमदर्दी जताकर उन्होंने जिन मतदाताओं का समर्थन लिया चुनाव जीतने के बाद उन्हीं मतदाताओं को उन्होंने झूठे मुकदमों में फंसाकर उनका शोषण किया। चार वर्षों का कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद भी क्षेत्र की जनता अबतक विकास की आस लगाए बैठी है। वहीं दूसरी तरफ विधायक विकास करने के बजाय अगड़ों और पिछड़ों को लड़ाने वाली भाषा बोलकर अपने ही मतदाताओं को गुमराह कर रहे हैं। श्री राय ने विधायक पर सरकारी राशि का लूट खसोट करने एवम कथित रूप से दलालों के माध्यम से ठगी कराने का संगीन आरोप लगाया।
श्री राय ने बताया कि वे माँझी विधानसभा से राजद का टिकट हासिल करने हेतु प्रयत्नशील हैं। इसके बावजूद यदि किसी राजनीतिक साजिश के तहत पार्टी ने उन्हें बेटिकट किया तो वे माँझी के मतदाताओं के सम्मान के लिए निर्दलीय प्रत्यासी के तौर पर आगामी चुनाव में माँझी विधानसभा से अपनी किस्मत आजमायेंगे। उन्होंने बताया कि वे अपने दर्जनों समर्थकों के साथ मिलकर पिछले दो माह से गाँव गाँव घूमकर जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं तथा मतदाताओं के बीच उन्हें जबरदस्त प्यार व समर्थन मिल रहा है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यदि माँझी की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि बनाया तो गाँव,गरीब,महिला, किसान एवम नौजवान को उनका सम्मान वापस दिलाएंगे।
बताते चलें कि श्री राय की माता श्रीमती लीलावती देवी वर्ष 2006 के पँचायत चुनाव में जिला परिषद सदस्य चुनी गई थीं तथा पिछले पँचायत चुनाव में श्री राय ने भी जिला परिषद माँझी भाग तीन से ही अपना किस्मत आजमाया था परंतु कतिपय कारणों से वे उक्त चुनाव में पराजित होकर दूसरे नम्बर पर चले गए थे।