चमत्कार: धराशायी विशालकाय पीपल अपने आप उठ खड़ा हो गया!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: भारी भरकम पीपल के विशालकाय वृक्ष की डाल के तना से अलग होने के पौन घण्टे बाद लगभग 50 क्विंटल वजन का पीपल का जड़ समेत तन उठकर पुराने स्थान पर उसी तरह स्थापित हो गया जैसे सैकड़ों वर्षों से वह मौजूद था। इस रहस्यमयी घटना को देख कर मौके पर मौजूद ग्रामीण तथा डाल काट रहे मजदूरों में अचानक भगदड़ सी मच गई। धराशायी पीपल के पेड़ को रहस्यमय ढंग से धीरे धीरे उठकर खड़ा होता देख वहाँ मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों की आंखें फटी की फटी रह गईं। लोगों को सहसा अपनी आंखों पर भरोसा ही नही हो पा रहा था। यह हैरतअंगेज घटना माँझी नगर पँचायत के उत्तर टोला गाँव में शुक्रवार की शाम की है।
ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार की सुबह तेज बरसात की वजह से दलदली हुई मिट्टी के ऊपर खड़ा सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का विशालकाय पेड़ देखते ही देखते धराशायी हो गया और गाँव की सड़क पर आवागमन अवरुद्ध हो गया। बाद में मजदूरों की सहायता से पेड़ की डालियों को काटकर तना से अलग कर दिया गया। फिर क्या था डालियों के तना से अलग होते ही तना युक्त जड़ पूर्ववत अपने स्थान पर खड़ा हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त पीपल के पेड़ को देव स्थान मानकर लोग पीढ़ियों से पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। लोगों का मानना है कि यह रहस्यमयी घटना कोई दैवीय चमत्कार है तथा पीपल पर मौजूद देवी अथवा देवता उसी स्थान पर उन्हें स्थापित रखने का ग्रामीणों को संकेत दे रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ कई ग्रामीणों का मानना है कि मुख्य तना के ऊपर मौजूद डालियों के हल्का हो जाने तथा फिर जड़ का वजन मौजूद तना से अधिक होने की वजह से चुम्बकीय घटना के तहत उठकर खड़ा हो गया। पीपल के पेड़ के पूर्ववत खड़ा होने के दो अलग अलग कारणों पर बहस छिड़ने के साथ साथ पेड़ के दुबारा उठकर खड़ा होने एवम पुराने स्थान पर हूबहू स्थापित हो जाने के बाद आसपास के गाँवों में भी इस अजीबोगरीब घटना की व्यापक चर्चा हो रही है।