क्षतिग्रस्त ताजपुर पुल को लेकर जगे नेता व अधिकारी! ग्रामीणों ने मांगा जल्द निराकरण!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: माँझी प्रखंड के दाहा नदी पर बने पुल का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 फरवरी 2010 में किया था। चौदह साल में पुल की स्थिति बहुत ही दयनीय हो चली है। किसी भी समय बड़ा हादसा होने की संभावना बनी रहती है।
सारण जिले में मानसून के आते ही बहुत से नए पुल ध्वस्त होने लगे। वहीं आज ध्यान सारण जिला के जदयू नेता निरंजन सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा बैरिकेटिंग लगाया गया था। लेकिन क्षेत्र के कुछ दबंग व्यक्तियों द्वारा वैरिकैटिंग हटा दिया गया जिससे भारी वाहनों आवागमन प्रारंभ हो गया। वहीं इससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
वही ग्रामीण छठु माँझी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि अंग्रेज के शासनकाल का एक लोहे का निर्मित पुल यहां आज भी खड़ा है लेकिन वह भी कमजोर हो चला है। अब ये दोनों पुल किसी भी समय बड़े घटना को अंजाम दे सकते है। पुल के अभाव में सारण जिले से माँझी गुठनी होते हुए उत्तरप्रदेश का संपर्क टूट जायेगा। इस दौरान पूर्व प्रमुख रामाकिशुन सिंह ने कहा कि घटिया किस्म के सामग्री का उपयोग किए जाने के कारण पुल निर्माण चौदह साल में ही ध्वस्त होने के कगार पर है।
आपको बता दें कि आज इस पुल के क्षतिग्रस्त होने की खबर भी जगत दर्शन न्यूज ने दिखाया था। जिस पर अमल करते हुए सारण जिले के पथ निर्माण विभाग से अधिकारियों के द्वारा जांच किया गया। इस दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों को जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया। कार्यपालक अभियंता द्वारा ठिकेदार चंदन सिंह को वैरिंकेटिंग लगाने का निर्देश दिया गया। उक्त मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक सुरेश सिंह, रघुवंश सिंह, चंदन सिंह और गोलू यादव समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।