रेलवे कर्मचारियों ने की पुरानी पेंशन को मांग!
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कर्मचारियों का दो दिवसीय अधिवेशन का हुआ शरुआत!
कटिहार (बिहार) संवाददाता रूपेश मिश्रा: भारतीय मजदूर संघ का भाग पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कर्मचारी संघ ने वार्षिक अधिवेशन की शुरुआत की है। दो दिवसीय इस अधिवेशन में संघ के महामंत्री अशोक शुक्ला, जोनल सेक्रेटरी दिलीप चक्रवर्ती, पी एस आर के एस के जीतू हज़ारीका, पी एस आर के एस के अध्यक्ष कुसुम लागा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके पश्चात एक रैली भी निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी शामिल हए। रैली के माध्यम से नई पेंशन स्कीम के विरोध में जमकर नारे लगाए गए। वहीं रैली में शामिल कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने का मांग किया। इसके पश्चात डीआरएम बिल्डिंग के प्रांगण में गेट मीटिंग कर जमकर हल्ला बोला। संघ के महामंत्री ने कहा कि एनपीएस के जनक दोनों फेडरेशन ही है। यानी एनएफआईआर और एआईआरएफ ही है और यह लोग मुंह से एनपीएस वापस लेने की बात करते है। दिलीप चक्रवर्ती ने कहा आज भी इनके लोग जो रेलवे के काया कला कमेटी के सदस्य है। रेलवे का निजीकरण करवा रहे है। यह दोहरे चरित्र को जीते है। वहीं चंद्रशेखर सिंह और विनय सिंह ने कहा कि 1974 का रेलवे का हड़ताल को असफल करने में इंप्लाइज यूनियन यानी एनएफआईआर का बड़ा योगदान रहा है और रेल कर्मचारियों को धोखा दिया है। गेट मीटिंग में संघ के महामंत्री जीतू हजारिका ने कहा आने वाला चुनाव में रेल कर्मचारी दोनों यूनियन के क्रियाकलाप से तंग आ गए है। अंततः रेलवे कर्मचारी अपनी अंतरात्मा के आवाज पर चुनाव के मान्यता के लिए वोट करेंगे।