सांप के कटने पर झाड़ फूंक के चक्कर में युवक की गई जान!
कटिहार (बिहार) संवाददाता रूपेश मिश्रा: दुनिया भले ही रॉकेट युग में पहुंच गई हो, लेकिन आज भी कई इलाके या कई गांव ऐसे हैं जो आज भी तांत्रिको पर भरोसा करते हैं। बीमर पड़ने पर डॉक्टरी इलाज ना कराकर झाड़-फूंक का सहारा लेते हैं।
ताजा मामला कटिहार आज़मनगर थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव की है, जहां झाड़ फूँक के चक्कर मे एक युवक ने अपनी जान गवा बैठी। दरअसल टिम्पा राय को लकड़ी का काम करने के दौरान एक जहरीले सांप ने डस लिया। वहीं टिम्पा ने दिलेरी दिखाते हुए उस सांप को पकड़ लिया और अपने परिजनों को जानकारी दे दी। परिजनों ने अस्पताल के बजाए झाड़ फूँक वाले बाबा के पास ले गए, जहां तांत्रिक बाबा ने नीम के पत्ते से तंत्र मंत्र के जरिये दो घंटे तक झाड़ने लगे, तब तक साँप का जहर पूरे शरीर में फैल गया। जब हालात बिगड़ने लगी तब परिजनों ने अस्पताल का रुख किया, लेकिन तब तक टिम्पा मौत की गोद में समा चुका था। घटना के बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई। परिजन दहार मारकर रोने लगे। निश्चित तौर पर अंधविश्वास के इस खेल के चक्कर में अगर टोना टोटका बाबा के पास जाने के बजाय सही समय पर अस्पताल ले जाते तो शायद इस व्यक्ति की जान बच जाती।