तीन दिनों से भूखा प्यासा फंसा पड़ा है बंदर, कौवों के हमलों से निकल बचना चाहता है।
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: यूपी तथा बिहार की सीमा पर स्थित माँझी घाट पर निर्माणरत जय प्रभा सेतु के पानी के बीचोबीच खड़े पाया नम्बर आठ पर लाल रंग का एक बन्दर सरयु की तेज धारा में बहकर पिछले तीन दिनों से फंसा पड़ा है। भूख प्यास से ब्याकुल बन्दर को स्थानीय नाविकों द्वारा वहाँ से निकालने का प्रयास भी किया गया, लेकिन बन्दर उनकी पकड़ में नही आ सका।
जयप्रभा सेतु होकर आने जाने वाले राहगीरों ने बताया कि चारो तरफ से पानी में घिरे पिलर पर जा फ़ंसे लाचार बन्दर पर कौवे लगातार हमला कर उसे चोटिल कर रहे हैं। कौवों के हमले से बचने के लिए वह पाया के ऊपर निकले लोहे के रड व जाली के बीच भाग भाग कर छिपता फिर रहा है। राहगीरों ने बताया कि कौवों के हमलों से परेशान तथा तीन दिनों से भूखा प्यासा बन्दर जयप्रभा सेतु होकर आने जाने वाले प्रत्येक राहगीरों की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है।
सोमवार को राहगीरों की सूचना पर पहुँचे छपरा वन विभाग से जुड़े कर्मियों ने बन्दर को पानी के बीच से नाव की सहायता से निकालने का प्रयास किया लेकिन खबर लिखे जाने तक बन्दर को वहाँ से निकाला नही जा सका था। कर्मियों ने बताया कि पटना से विभाग की टीम को बुलाया जा रहा है, जो बन्दर को बेहोश करके वहाँ से निकालेगी।