विश्व हिंदी परिषद के उपाध्यक्ष मनोनीत हुए विक्रमादित्य सिंह!
नई दिल्ली/ भुवनेश्वर: विश्व हिंदी परिषद उड़ीसा के लिए विक्रमादित्य सिंह को उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। परिषद द्वारा आशा व्यक्त किया गया है कि श्री सिंह विश्व हिंदी परिषद के उद्देश्यों के अनुरूप कारवां को आगे बढ़ाएंगे। देश-विदेश में हिंदी भाषा की प्रचार-प्रसार को गति देंगे।
डॉ. विपिन कुमार महान स्तंभकार एवं परिषद के राष्ट्रीय महासचिव, डीपी मिश्रा, डॉ नन्दकिशोर साह, राष्ट्रीय संपर्क समन्वयक ने बधाई दी है। ज्ञात हो कि विश्व हिंदी परिषद का उद्देश्य भारतीय भाषाओं के माध्यम से हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करना है। विश्व हिंदी परिषद हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार की सेवा में वैश्विक संस्था है। सर्व कल्याण की भावना से परिषद की गतिविधियां कई देशों में संचालित है। विश्व हिंदी परिषद द्वारा गरिमा भाटी को शैक्षिक प्रकोष्ठ, हरियाणा के अध्यक्ष मनोनीत किए जाने पर हिंदी प्रेमियों में हर्ष व्याप्त है।
विक्रमादित्य सिंह वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी, पूर्व तट रेलवे, भुवनेश्वर में कार्यरत है। रेल यात्रा वृतांत 2019 पुरस्कार, हिंदी काव्य कोश द्वारा "युवा शक्ति" उत्कृष्ट रचना सम्मान 2020 से सम्मानित है। अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल, जबलपुर द्वारा उत्तम सृजन सम्मान,2022, साहित्य संगम तिरोड़ी, बालाघाट द्वारा साहित्य गौरव सम्मान -2022 प्रदान किया गया। भारतीय अर्थव्यवस्था में भारतीय भाषाओं का योगदान पर लिखे लेख के लिए गृह मंत्रालय के अंतर्गत नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, भुवनेश्वर द्वारा रचनाधर्मिता हेतु पदक एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। हिंदी साहित्य अकादमी में राष्ट्रीय मंत्री है। महानदी सुपरफास्ट अखबार एवं सैल्यूट तिरंगा के संयुक्त तत्वावधान में "राष्ट्रीय कवि" के रूप में सम्मानित किए गए हैं। हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा मयराष्ट्र नवरत्न काव्य चेतना सम्मान - 2023 से सम्मानित है। इनकी प्रथम काव्य संग्रह " पुकार सुनो" अंतरा शब्द शक्ति प्रकाशन, मध्य प्रदेश द्वारा प्रकाशित है। इनकी दूसरी काव्य संग्रह "आधे-अधूरे हम-तुम" अभी हाल ही में युनाइट प्रकाशन, धुले, भारत द्वारा प्रकाशित हुआ है। साहित्यिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं। विक्रमादित्य सिंह को विश्व हिंदी परिषद के उपाध्यक्ष मनोनीत किए जाने पर अनेक पत्रकार, साहित्यकार, समाज सेवियों ने बधाई दी है।