द ग्रीन मैन ऑफ गोरखपुर के नाम से मशहूर डाॅ प्रेम नारायण सिंह (डॉ पी.एन सिंह)
✍🏻 सुनीता सिंह 'सरोवर'
मेडिकल में एक वाक्य है, और अंग्रेज़ी में एक कहावत है: "प्रिवेंशन इज बेटर देन क्योर" मरीज बनने और मर्ज पालने से बेहतर है कि, हम पहले ही सावधान हो जाए। इस बेदर्द मौसम में अक्सर बच्चों, बडों एवम बुजुर्गों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे नाक से खून आना या अगर लोकल लेंग्वेज में कहा जाए तो नकसीर फुटना, कानों में खुजली, दर्द, हवाई जहाज की यात्रा के दौरान आने वाली परेशानियों के उपाय जानने के लिए आइए एक बार पुनः हम रुबरु होते हैं। बीआडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के एसोसिएट प्रोफेसर- डाॅ. पी. एन सिंह (प्रेम नारायण सिंह जी) जो पेशे से एक सफल डाॅक्टर होने के साथ- साथ स्वच्छता और हरित क्रांति के सजग प्रहरी भी हैं, जिनके अथक प्रयास से आज कभी विरान हुए मेडिकल कॉलेज परिसर में आज हरियाली ही हरियाली छाई हुई है।
आजकल के मौसम को देखते हुए हमें हर कदम एहतियात बरतने की आवश्यकता है। नाक से खून, पेट से संबंधित बिमारियों की कान में खुजली जैसी परेशानियों का सामना आम बात हो गई है, जिसके लिए हमें एहतियात बरतने होंगे, जैसे लू के थपेड़ों के कारण नाक में पपड़ी जम जाती है, जिसके कारण नाक से खून आने लगता है। इसको दिखाने से पहले कुछ सावधानी बरतें, ताकि नाक में पपड़ी न जमें, जैसे नारियल तेल की बूंदें रेगुलर नाक में डाले। बढ़ती आबादी, कल कारखानों के मकड़जाल में फंस गई है। जिंदगी अगर थोड़ी सावधानी, थोड़ी जिज्ञासा हो तो इस वैज्ञानिक युग में चिकित्सा और चिकित्सक ने सब कुछ आसान कर दिया है।मानवता की मिशाल ईश्वर के अग्रदूत डाॅ सिंह आज सबके लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।