अपराध: एंबुलेंस में रोगी के साथ मिला भारी मात्रा में शराब! दो गिरफ्तार!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: जिले के माँझी क्षेत्र के जय प्रभा सेतु माँझी उत्पाद विभाग के चेक पोस्ट पर उत्पाद पुलिस व मांझी पुलिसकर्मियों के द्वारा शराब लदा एक एम्बुलेंस पकड़ा गया। एम्बुलेंस चालक पुलिस को चकमा देकर वाहन के साथ भागने का प्रयास किया परंतु पुलिस ने एम्बुलेंस की घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। शक होने पर उत्पाद व स्थानीय पुलिस के द्वारा रोककर जब हैंड हेल्ड स्कैनर मशीन से जांच की गई तो एम्बुलेंस के अंदर भारी मात्रा में अंग्रेजी होने की जानकारी मिली। एंबुलेंस में विशेष तहखाना बनाकर शराब को छिपाकर उसे मऊ से छपरा बिहार ले लाया जा रहा था।शराब बरामद होने के बाद बिहार पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं शराब समेत एम्बुलेंस को मांझी थाना ले जाकर खड़ा करा दिया। तस्करों द्वारा पुलिस और उत्पाद विभाग को भ्रमित करने के लिए मरीज व शव ढोने वाले उक्त एंबुलेंस में सभी आवश्यक उपक्रम मौजूद थे। एक तस्कर बैंडेज पट्टी बाधे हुए लेटा था। जिसके सिर के ऊपर पानी का बोतल भी लटका हुआ था। पुलिस ने एंबुलेंस का दरवाजा खोला तो पाया कि डेड बॉडी पैकिंग करने वाले सभी सामान को दिखावा के लिये बड़ी सलीके से रखा गया है। माँझी चेकपोस्ट पर उत्तरप्रदेश नम्बर का एंबुलेंस दिखने के बाद पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए और जब उसे रोका गया तो एंबुलेंस चालक ने भ्रमित करने के लिए इमरजेंसी पेसेंट को हॉस्पिटल ले जाकर दिखाने की बात कही। लेकिन एम्बुलेंस चालक के हावभाव और एम्बुलेंस को देखकर शक होने पर गहनता से जांच किया गया तो एम्बुलेंस में विशेष तहखाना मिला, जिसमें अंग्रेजी शराब को छिपाया गया था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार राम और एस आई अखिलेश कुमार ने बताया कि एम्बुलेंस के तहखाने से 194.25 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई है। वहीं चालक समेत मरीज बने तस्कर को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। पकड़े गये युवको ने पुलिस द्वारा पूछताछ में अपना नाम बंटी सिंह पुत्र सतवीर सिंह निवासी मतांड थाना बरोदन जिला सोनीपत हरियाणा व अंकित कुमार पुत्र सतीश कुमार निवासी बोहल थाना खेड़ा जिला भिवानी हरियाणा का निवासी होना बताया।
पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई। उत्पाद प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि फिलहाल पकड़े गए लोगों के पूछताछ के साथ मोबाइल सर्विलांस और टेक्निकल सेल से मदद ली जा रही है। जिससे बिहार में फैले बड़े नेटवर्क का खुलासा होने के आसार है।