भीषण अग्निकांड में किसानों के हजारों अरहर के बोझे जलकर राख!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: जिले के माँझी प्रखण्ड के टेघरा गांव के चवर में शुक्रवार को अचानक आग लग गई, जिसमें देखते ही देखते आग की लपटें नचाप व भलुआ गांव के बधार में भी पहुंच गई जिससे अरहर के लगभग 800 बोझे जल कर राख हो गये। जानकारी के अनुसार टेघरा, नचाप व भलुआ गांव के लोगों ने फायर ब्रिगेड कर्मियों की मदद से काफी मशक्कत के पश्चात आग पर काबू पाया तथा गांव में आग लगने से बचा लिया गया।
वहीं अग्निकांड की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे माँझी के अंचलाधिकारी ने राजस्व कर्मियों को अग्निकांड में हुई क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया और किसानों से कहा कि विभागीय नियमानुसार किसानों को इसका मुआवजा दिलाया जाएगा। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि टेघरा गांव से पूरब ब्रह्म बाबा स्थान के टेघरा गांव निवासी राजनाथ सिंह कवि जी के 230 अरहर के बोझे, त्रिदेवा सिंह के 200, पंचम सिंह के100, संजीव कुमार सिंह के 175, रघुवंश सिंह के 100 व संजीव सिंह के 60 बोझे व नचाप गांव के राकेश सिंह सहित टेघरा, नचाप व भलुआ गांवों के किसानों के दौनी करने के लिए बधार में एकत्रित कर रखे गए लगभग एक हजार अरहर के बोझे अग्निकांड में जलकर राख हो गए। टेघरा गांव निवासी किसान राजनाथ सिंह कवि जी ने बताया कि अरहर की दौनी करने के लिए लिए ट्रेक्टर आने से पहले ही बगल के खाली खेत में आग लग गयी। तेज धूप व पछुआ हवा से आग फैलकर बगल में रखे अरहर के बोझे में पकड़ ली। किसानों एवं फायर ब्रिगेड कर्मियों के काफी प्रयास के बाद भी लगभग एक हजार अरहर के बोझे जलकर नष्ट हो गये।