अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के महाधिवेशन में प्रतिभावान लोगों को किया गया सम्मानित!
बेतिया (बिहार): अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के 21वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन हुआ। उक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में दिव्यालय की संस्थापिका श्रीमती व्यंजना आनन्द मिथ्या जी को आमंत्रित किया गया। जैनियों के महातीर्थ पारसनाथ में 29 मार्च से 30 मार्च तक आयोजित इस महाधिवेशन " तमसो मा ज्योतिर्गमय " में पूरे भारतवर्ष के 19 प्रदेशों में स्थित मारवाड़ी सम्मेलन की विभिन्न शाखाओं से हजारों महिलाओं ने भागीदारी की। समस्त राष्ट्रीय, प्रांतीय तथा स्थानीय शाखाओं के पदाधिकारियों के साथ-साथ भारी संख्या में उपस्थित सदस्यों ने बहुत ही अनुशासित तरीके से सदन की कार्यवाही और विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता की। जिसमे शंखनाद, प्रारंभिक प्रार्थना, दीप प्रज्वलन तथा नृत्य प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाशाली विभूतियों को सम्मानित भी किया गया। मुख्य अतिथि श्रीमती प्रभा राकेश भैया तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती व्यंजना आनन्द 'मिथ्या' जी के कर कमलों से पदक प्रदान किए गए। सम्मेलन की शाखाओं के द्वारा विभिन्न प्रकल्पों पर किए गए विशिष्ट कार्यों के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया। पर्यावरण, बाल विकास, महिला सशक्तिकरण, रक्तदान, नेत्रदान, अंगदान, देहदान, आध्यात्मिक प्रकल्पों, स्वास्थ्य प्रकल्पों, कन्या पूजन, सामुहिक विवाह आदि के क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य हेतु पुरस्कार प्रदान किए गए, जिसमें बिहार प्रदेश ने कई सम्मान अपने नाम किया और बेतिया की उभरती साहित्यिक प्रतिभा सम्मान 'सुचितांजलि' पुस्तक, सुचिता रुंगटा -बेतिया (बिहार), बीना चौधरी- बिहार प्रदेश पर्यावरण प्रकल्प प्रमुख गौशाला शेड निर्माण, सीतामढ़ी शाखा, बिहार सर्वाधिक नवजात कन्या पूजन समस्तीपुर शाखा, बिहार आध्यात्मिक उत्थान हेतु समर्पित बेतिया शाखा, बिहार, शिशु मंदिर विद्यालय संचालन, कैंसर पीड़ित को बाल का दान
बेतिया शाखा, बिहार श्रेष्ठ शाखा, बेतिया शाखा, बिहार कैरियर काउंसलिंग ग्रुप निर्माण बिहार प्रदेश
घुटने का दर्द निवारण विक्रम शाह जी का वेबीनार
बिहार प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर दिव्यालय साहित्यिक पाठशाला का संचालन, बिहार प्रदेश आध्यात्मिक उत्थान हेतु समर्पित बेतिया शाखा, बिहार, कैंसर पीड़ित को बाल का दान, बेतिया शाखा, बिहार अपने नाम किया।
सभी मंचासीन वरिष्ठों ने सभा को संबोधित किया। मुख्य अतिथि ने अपने जीवन की घटनाओं के माध्यम से सभी को प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि साहित्य विदुषी व अंतरराष्ट्रीय योग प्रशिक्षिका श्रीमती व्यंजना आनन्द 'मिथ्या' जी ने अपने उद्बोधन के साथ स्वरचित प्रेरणाप्रद जाग लेखिनी जाग काव्य पाठ अपने दिव्यालय की साधिकाओं के साथ किया जिसमें रीता लोधा, सुचिता रुॅंगटा , अरुणा अग्रवाल, नीनी मोटानी, मधु रूंगटा, डाॅ. निशा प्रकाश, अर्पणा पोद्दार शामिल थीं।
प्रथम दिवस की संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम "एक शाम वीरांगनाओं के नाम" में विभिन्न प्रदेशों द्वारा नृत्य नाटिका के माध्यम से बहुत ही सुन्दर, प्रेरणाप्रद, भावपूर्ण प्रस्तुतियां दी गईं। श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया गया। बिहार ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। द्वितीय दिवस प्रात:कालीन सत्र में रैली का आयोजन किया गया था। इसमें सभी प्रदेशों की बहनों ने सुंदर वेषभूषा में गोपी नृत्य करते हुए भागीदारी दी। कृष्ण, राधा, मीरा, गोपियां, सुदामा, द्रोपदी, अष्ट सखी आदि विभिन्न चरित्रों को प्रदर्शित करती महिलाओं ने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया था, जिसमें बिहार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। उसके बाद परिषद की बैठक हुई। सदस्यों की जिज्ञासाओं का, शंकाओं का वरिष्ठ राष्ट्रीय अध्यक्षाओं द्वारा समाधान दिया गया। अंतिम चरण में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षा स्व. सुशीला मोहनका जी की स्मृति में नव निर्मित उद्यान में फलदार, औषधीय पौधे लगाकर वृहत् वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न किया गया।
बेतिया से मीना तोदी-पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष, रंजना गोयल-बिहार साहित्य प्रमुख, बीना चौधरी-बिहार पर्यावरण प्रमुख, इंदिरा पोद्दार -अध्यक्ष बेतिया शाखा के साथ अन्य बहनें शामिल थीं। पवित्र वातावरण में, सुन्दर आतिथ्य की अनुभूतियों के साथ, कार्यक्रम का समापन हुआ।