इंसानियत आज भी जिन्दा है। अज्ञात व्यक्ति ने किया मिशाल कायम! पढ़े पूरी कहानी!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: इंसानियत आज भी जिन्दा है। एक अज्ञात ब्यक्ति ने इस उक्ति को अनूठे ढंग से चरितार्थ कर नायाब मिशाल पेश की है। बता दें कि पिछले गुरुवार को माँझी के धनी छपरा निवासी व रिटायर्ड बीएसएफ के जवान कृष्णा सिंह रिवीलगंज प्रखण्ड के सिताब दियारा स्थित इंडियन बैंक में बाइक से बतौर सुरक्षा गार्ड की अपनी ड्यूटी बजाने जा रहे थे इसी दौरान उनके जेब में रखा परिचय पत्र,एटीएम,आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस आदि उछलकर कही बीच सड़क पर गिर गया। बैंक की शाखा पहुँचकर जब उन्होंने अपनी जेब टटोला तो कार्ड वगैरह के साथ जेब खर्च के लिए रखा सात सौ रुपये भी नदारद पाया। मौके की नजाकत को भाँप कर उन्होंने तत्काल माँझी में संचालित अनुभव जिंदगी नामक सोशल मीडिया ग्रुप में इस आशय का मैसेज प्रसारित कराया। बाद में उन्होंने इस सम्बंध में माँझी थाना में एक लिखित आवेदन देकर सनहा भी दर्ज करा दिया। उधर सड़क पर गिरे पड़े कागजात व नकद को उठाने वाले अज्ञात ब्यक्ति ने पहले तो कागजात में मौजूद नाम पता की मुकम्मल जाँच पड़ताल की तथा बाद में बरामद कागजात व नकद सात सौ रुपये रजिस्टर्ड डाक से रिटायर्ड जवान के घर के पते पर पार्सल कर दिया। बीच सड़क पर गुम हुए कागजात व नकद सात सौ रुपये की चिंता में डूबे श्री सिंह अपनी सामग्री सकुशल पाकर इसे ईश्वर की कृपा का उत्कृष्ट उदाहरण बतलाया। साथ ही उन्होंने कागजात को सलीके से वापस भेजने वाले अज्ञात सज्जन ब्यक्ति के साथ साथ अनुभव जिंदगी का सोशल मीडिया ग्रुप के प्रति आभार प्रकट किया।