सर्वजन दवा सेवन
मॉप अप राउंड के तहत छूटे हुए लोगों को खिलाई जा रही दवा!
सारण (बिहार): फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) राउंड समाप्त हो चुका है। वहीं अब सारण जिले में छूटे हुए लाभुकों को अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा मॉप अप राउंड चलाकर सर्वजन दवा सेवन कराकर हाथीपांव जैसे रोग से सुरक्षित किया जा रहा है। इस क्रम में मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित मंडल कारा के बंदियों को दवाओं का सेवन कराने के लिए शिविर लगाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मंडल कारा के अधीक्षक, जेलर और अन्य कर्मियों ने दवाओं का सेवन कर किया। जिसके बाद एक एक कर मेडिकल टीम की मौजूदगी में बंदियों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया गया।
इस अवसर पर जेलर के अलावा दवा खिलाने वाली टीम में पीसीआई के डीएमसी सौरिष बनर्जी, पीरामल स्वास्थ्य के बीसी पंकज कुमार शर्मा, राहुल कुमार, ऋषि कुमार, अंशु कुमार और चंद्र कांत कुमार शामिल थे।
मंडल कारा के अधिकारी और बंदियों को खिलाई जा रही है फाइलेरिया रोधी दवा: डॉ दिलीप कुमार
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार ने बताया कि पहले दिन लगभग 200 से अधिक बंदियों को दवाओं का सेवन कराया गया। जबकि लगातार चार दिनों तक मंडल कारा में शिविर लगाकर सभी बंदियों को दवाओं का सेवन कराया जाएगा। ताकि सभी को फाइलेरिया के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। मॉप अप राउंड के दौरान सारण जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके बदौलत छूटे हुए लाभुकों को दवाओं का सेवन कराने के साथ रिफ्यूजल के मामलों को ब्रेक किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में 49 लाख 98 हजार 566 लोगों को दवाओं का सेवन कराने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 40 लाख 93 हजार 586 लाभुकों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जा चुका है। शेष बचे हुए लोगों को भी जल्द दवाओं का सेवन कराया जा रहा है।
दवाओं का सेवन करा कर लक्ष्य को पूरा किया जाएगा: वीबीडीसी
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार (डीवीबीडीसी) सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि आईडीए से वंचित लोगों को चिह्नित करते हुए मॉप अप राउंड में लोगों को दवाओं का सेवन करा कर लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। साथ ही दवा सेवन करने से इंकार करने वाले रिफ्यूजल घर के लोगों को भी दवा खिलाकर शत- प्रतिशत सफ़लता हासिल की जाएगी। जिसमें पीरामल स्वास्थ्य, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च और पीसीआई जैसी सहयोगी संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है। ताकि हर हाल में सभी लाभुकों को दवाओं का सेवन सुनिश्चित कराया जा सके। उन्होंने कहा कि भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध है, दवाओं के सेवन कार्यक्रम को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में अधिकारियों के द्वारा अनुश्रवण और निगरानी की जा रही है। वर्ष में एक बार खाए जाने वाली इन दवाओं को तीन वर्षों तक सेवन किया जाए तो निश्चित ही फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है।